जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा उपेंद्र बहादुर सिंह की मांग पर उप मुख्यमंत्री व पीडब्ल्यूडी मंत्री अरुण साव ने दी दुर्गा चौक पेण्ड्रा से बचरवार पहुंच मार्ग की स्वीकृति…,2.10 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली सड़क की निविदा जारी…,चौबेपारा तिराहा तक ड्रेन टू ड्रेन बनेगी 2 किमी सड़क…
पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (CG MP TIMES/23 मार्च 2025) :
दुर्गा चौक पुराना बस स्टैंड पेण्ड्रा से शहर के मध्य पुरानी बस्ती से होकर जाने वाली ग्राम बचरवार पहुंच मार्ग की 2.10 करोड़ रुपए की स्वीकृति जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा उपेंद्र बहादुर सिंह की मांग पर छत्तीसगढ़ शासन के उप मुख्यमंत्री व पीडब्ल्यूडी मंत्री अरुण साव ने दी है। जिसकी निविदा लोक निर्माण विभाग पेण्ड्रा संभाग द्वारा जारी की गई है।
बता दें कि शहर के मध्य से पुरानी बस्ती होकर गुजरने वाली यह सड़क पीडब्ल्यूडी विभाग के अन्तर्गत आती है। यह काफी महत्वपूर्ण सड़क है, लेकिन कुछ वर्षों से यह काफी जर्जर हो गई है, जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
लोगों की परेशानियों के निदान के लिए जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा उपेंद्र बहादुर सिंह ने इस सड़क के र्निर्माण की मांग पीडब्ल्यूडी मंत्री अरुण साव से की थी। जिसे तत्काल संज्ञान में लेते हुए उप मुख्यमंत्री साव ने इस सड़क को बनाने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया था। अब इस सड़क की निविदा लोक निर्माण विभाग पेण्ड्रा संभाग द्वारा जारी कर दी गई है। निविदा प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद जल्द ही इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा करा दिया जाएगा।
चौबेपारा तिराहा तक बनेगी सड़क
दुर्गा चौक पेण्ड्रा से पुरानी बस्ती होकर ग्राम बचरवार पहुंच मार्ग की फिलहाल 2 किलोमीटर लंबाई की स्वीकृति मिली है, जो कि पेण्ड्रा नगर के वार्ड क्रमांक 1 चौबेपारा तिराहा तक बनेगी। इसकी अनुमानित लागत 2 करोड़ 9 लाख 91 हजार रुपए है।
ड्रेन टू ड्रेन ऐसे होगा सड़क का काम
दुर्गा चौक से दीनबंधु तिराहा तक ड्रेन टू ड्रेन सड़क की पूरी चौड़ाई में बीटी रिनीवल डामरीकरण का कार्य कराया जाएगा। उसके बाद दीनबंधु तिराहा से चौबेपारा तिराहा तक पुराने डामरीकृत सड़क को उखाड़कर नए सिरे से डबल्यूएमएम मजबूतीकरण का कार्य कराकर 3.75 मीटर चौड़ाई का डामरीकरण का कार्य कराया जाएगा और डामरीकृत सड़क के दोनों ओर ड्रेन टू ड्रेन सीसी रोड बनाया जायेगा। जिससे कि सड़क लम्बे समय तक के लिए टिकाऊ बने और चौबेपारा के पास नाले के ढलान में बारिश के पानी से होने वाले सड़क के कटाव को रोका जा सके।