छत्तीसगढ़ : शिक्षकों के 63053 पद रिक्त, जिनमें प्राचार्य, प्रधान पाठक, शिक्षक, व्याख्याता के 19452 पद शासन द्वारा समयबद्ध पदोन्नति नहीं दिए जाने से रिक्त…
रायपुर (CG MP TIMES/21 मार्च 2025) :
छत्तीसगढ़ राज्य शिक्षा विभाग में शिक्षकों के कुल 63053 पद रिक्त हैं। इनमें सहायक शिक्षक के 33178, शिक्षक के 10883, व्याख्याता के 9246, प्राथमिक शाला प्रधान पाठक के 2119, माध्यमिक शाला प्रधान पाठक के 4045 और प्राचार्य के 3582 सहित कुल कुल 63053 पद रिक्त हैं।
बता दें कि इन रिक्त पदों में से प्राथमिक शाला प्रधान पाठक, शिक्षक, माध्यमिक शाला प्रधान पाठक, व्याख्याता और हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों के प्राचार्य के 19452 रिक्त पद पदोन्नति से भरे जाने हैं। पदोन्नति से भरे जाने वाले इन पदों में से इतनी बड़ी संख्या में रिक्त पद सिर्फ सरकार की इच्छाशक्ति की कमजोरी की वजह से है।
इनमें से प्राचार्य पदोन्नति तो 10 वर्षों से नहीं की गई है, जिससे प्रदेश के 80% हाई एवं हायर सेकंडरी स्कूल प्राचार्य विहीन हैं। इसी वजह से शिक्षा की गुणवत्ता में विपरीत प्रभाव पड़ता आया है।
वहीं प्राथमिक शाला प्रधान पाठक और माध्यमिक शाला प्रधान पाठक के पूरे के पूरे पद पदोन्नति से भरे जाते हैं, जिसमें से प्राथमिक शाला प्रधान पाठक की वरिष्ठता सूची प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में और माध्यमिक शाला प्रधान पाठक की वरिष्ठता सूची प्रदेश के सभी संयुक्त संचालक कार्यालयों में होने के बावजूद ये अधिकारी नियमित रूप से पदोन्नति आदेेश जारी नहीं करते हैं, जिससे कि अनावश्यक रूप से प्राथमिक शाला प्रधान पाठक और माध्यमिक शाला प्रधान पाठक के पद रिक्त पड़े हुए हैं।
वहीं शिक्षक से व्याख्याता पद पर पदोन्नति में भी शासन की रुचि नहीं दिखाई देती है, जिसकी वजह से हाई स्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूलों में विषय विशेषज्ञों की कमी बनी हुई है।
वहीं यदि नियमित रूप से पदोन्नति प्रक्रिया पूर्ण की जाए तो सहायक शिक्षकों, शिक्षकों के रिक्त पदों में बढ़ोत्तरी होगी, जिससे कि प्रदेश के योग्य प्रशिक्षित युवाओं को नौकरी मिलने की संभावना बढ़ेगी। लेकिन सरकार में बैठे नीति निर्धारक इस दिशा में इच्छाशक्ति के साथ काम नहीं कर रहे हैं, जिसकी वजह से स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता पर विपरीत प्रभाव पड़ने के साथ ही योग्य प्रशिक्षित बेरोजगारों को शिक्षक बनने का अवसर नहीं मिल पा रहा है।