UPSC में चयन का अफवाह फैला कलेक्टर के हाथों से खाया मिठाई…,पोल खुला तो दर्ज हुआ अपराध….

रायपुर (छग एमपी टाइम्स/18 अप्रैल 2024) :
UPSC में चयनित होने का अफवाह फैला कर एक युवक देखते ही देखते सेलिब्रेटी बन गया। जिसके बाद उसे बधाईयां मिलने लगी। युवक ने हमनाम का सहारा लेकर अपना रैंक 120वां बताया।

मामला मुंगेली का है, जहां युवक ने खुद के UPSC में सेलेक्ट होने की ऐसी खबर फैलायी, कि खुद मुंगेली कलेक्टर राहुल देव भी गच्चा खा गये, उन्होंने कलेक्टर से शाबाशी भी ले ली और मिठाई भी खा ली। हालांकि उसके हावभाव से कलेक्टर को थोड़ा संदेह हो गया, जिसके बाद उन्होंने उसका एडमिट कार्ड मांग लिया, लेकिन वो ये कहकर कलेक्टर को झांसा दे दिया कि एडमिट कार्ड घर पर है।

दरअसल युवक UPSC की तैयारी तो करता था, लेकिन वो प्री भी क्लियर नहीं कर सका। ऐसे में मंगलवार को जब रिजल्ट आया, तो उसने अपने हमनाम की तलाश शुरू कर दी। उसकी तलाश 120वें नंबर मनोज कुमार के रूप में पूरी हो गयी। चूंकि फर्जी अभ्यर्थी का नाम भी मनोज कुमार पटेल था, लिहाजा उसे ये सही तरीका लगा, कि अपने चयन की झूठी खबर फैला दे।

उसने पूरे गांव में ये अफवाह फैला दी, कि वो IAS बन गया है, उसकी 120वीं रैंक आयी है। गांव में खुशियां फैल गयी, सोशल मीडिया में लोग बधाई देने लगे। इधर कलेक्टर राहुल देव को ये जानकारी मिली, तो उन्होंने भी फर्जी अभ्यर्थी मनोज कुमार पटेल को बुलवाकर मिठाई खिलायी, बधाई दे दी। करीब 2 घंटे तक झूठ बोलता रहा। बाद में जब युवक ने फर्जी खबर फैलाने की बात स्वीकार की तो पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

दरअसल, ये युवक सुरीघाट का रहने वाला है, जिसका नाम मनोज कुमार पटेल है। जब पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ तो तहसीलदार ने इसकी शिकायत मुंगेली के कोतवाली थाने में की। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर आरोपी युवक और उसके 2 दोस्त श्रवण कुमार साहू और राजेंद्र साहू को भी गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के मुताबिक श्रवण कुमार ने वाट्सएप के माध्यम से झूठी खबर तहसीलदार अंकित राजपूत के पास भेजी।

यूपीएससी में सलेक्शन होने की जानकारी पर मीडियाकर्मी और अधिकारी भी गांव पहुंच गए। उसके पास बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ था। अधिकारियों के पहुंचने पर उसे लगा कि कुछ इनाम मिलेगा। इसके लिए वह कलेक्टोरेट भी पहुंच गया। युवक ने जिले के अधिकारियों से मिलने की इच्छा जताई। यूपीएससी में चयन होने की जानकारी देकर तहसीलदार ने जिले के कलेक्टर और अन्य अधिकारियों से युवक को मिलवाया। युवक ने इनाम मिलने की इच्छा जाहिर की। यहीं पर कलेक्टर को शक हुआ।

कलेक्टर ने तहसीलदार और अन्य अधिकारी युवक के घर भेजा। अधिकारियों को देखकर युवक अपने कमरे में घुस गया। उसने करीब दो घंटे तक एडमिट कार्ड खोजने का नाटक किया। घर पहुंचकर युवक ने झूठी खबर देने की बात स्वीकार कर ली। इसकी जानकारी होने पर कलेक्टर ने तहसीलदार को घटना की शिकायत थाने में करने को कहा। तहसीलदार की शिकायत पर पुलिस ने धारा 419, 34 के तहत मामला दर्ज किया है।