GPM जिले में चुनाव प्रशिक्षण से अनुपस्थित रहे 10 शिक्षकों को कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने दिया कारण बताओ नोटिस…,नोटिस पाने वालों में 2 सहायक शिक्षकों की ड्यूटी अंतराज्यीय बैरियर में लगी है…शेष 8 शिक्षक संतोषप्रद जवाब नहीं दिए तो हो सकती है कड़ी कार्यवाही…

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/20 अप्रैल 2024) :
GPM जिले में चुनाव प्रशिक्षण से अनुपस्थित रहने वाले 10 शिक्षकों को कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। हालांकि नोटिस पाने वालों में 2 सहायक शिक्षक ऐसे हैं, जिनकी ड्यूटी अंतराज्यीय बैरियर में लगी हुई है, जिसके कारण वो प्रशिक्षण में शामिल नहीं हुए।

बता दें कि 2 लोकसभा सीट कोरबा और बिलासपुर के मतदान केंद्र GPM जिले में हैं, जहां 7 मई को होने वाले मतदान के मद्देनजर जिले के अधिकारियों, कर्मचारियों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया था, जिसमें मतदान से जुड़े कार्यों को लेकर आवश्यक जानकारी देते हुए प्रशिक्षण दिया गया था। लेकिन इस प्रशिक्षण में जिले में 10 ऐसे शासकीय सेवक थे जो प्रशिक्षण से गायब रहे।

ऐसे 10 कर्मचारियों को जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 2 दिनों के भीतर जवाब मांगा है। ये सभी लापरवाही करने वाले लोग शिक्षा विभाग से जुड़े है और व्याख्याता से लेकर सहायक शिक्षक तक के पद पर पदस्थ हैं। वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी लीना कमलेश मंडावी ने लोकसभा निर्वाचन में लापरवाही बरतने वालों को कड़ी चेतावनी देते हुए किसी प्रकार की लापरवाही नहीं करने के निर्देश दिए है। इसके पहले भी चेकपोस्ट में लापरवाही करने वालों के खिलाफ जिला निर्वाचन अधिकारी ने कार्रवाई की थी और यह लगातार दूसरी कार्रवाई की है।

जिन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है उनमें पीठासीन अधिकारी – 1 गोकुल लहरे, उच्च वर्ग शिक्षक, 2 अतुल गुप्ता, उच्चा वर्ग शिक्षक, 3 नारायण पोर्ते, व्याख्याता, 4 मालिकराम टंडन, व्याख्याता शामिल हैं। इसी तरह से मतदान अधिकारी – 1 मुरारी ओटटी, सहायक शिक्षक, 2 जोहन सिंह मराबी, प्रधान पाठक, 3 रामरतन कैवर्त्य, शिक्षक, 4 मनमोहन पैकरा, सहायक शिक्षक, 5 चंद्रनिकेश पैकरा, सहायक शिक्षक, 6 आलोक शुक्ला, सहायक शिक्षक शामिल हैं।

नोटिस पाने वालों में से 2 सहायक शिक्षक मनमोहन पैकरा और सहायक शिक्षक चंद्रनिकेश पैकरा की ड्यूटी अंतराज्यीय बैरियर में लगी हुई है, जिससे कि ये कर्मचारी प्रशिक्षण में शामिल नहीं होने का कारण बताकर कार्यवाही से बच सकते हैं लेकिन शेष 8 शिक्षक संतोषप्रद जवाब नहीं दिए तो उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही हो सकती है।