12 बजे रात कुएं में गिरे 5 हिरणों को वन विभाग ने रात में ही कुएं सुरक्षित निकालकर जंगल में छोड़ा….वन कर्मियों की तत्परता से बची 5 हिरणों की जान…

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/27 फरवरी 2024) :
मरवाही वन मण्डल अंतर्गत मरवाही वन परिक्षेत्र के ग्राम नाका में सोमवार की देर रात 12 बजे 5 हिरण एक के बाद एक लगातार ग्रामीण रामायण सिंह गोंड़ की बाड़ी में बने हुए कुएं में में गिर गए। रात में बाड़ी से हलचल की होने की आवाज पर ग्रामीण की नींद खुली तो टार्च जलाकर देखा कि कुएं में हिरण गिरे हुए हैं जिसके बाद उसने गांव में ही रहने वाले फारेस्ट गार्ड राजकुमार बंजारे को तत्काल सूचना दिया।

सूचना पाने के बाद फारेस्ट गार्ड राजकुमार बंजारे तत्काल रामायण सिंह के घर के पीछे बाड़ी में बने कुएं में झांके तो हिरणों कुआं बना हुआ है। सोमवार रात यहां जंगल से भटक कर हिरणों का झुंड  नजर आया। इसके बाद उन्होंने तत्काल इसकी सूचना डीएफओ शशि कुमार और डिप्टी रेंजर अश्वनी कुमार दुबे को दिया।

डीएफओ शशि कुमार ने रात में ही रेस्क्यू कर हिरणों को सुरक्षित कुएं से बाहर निकालने का निर्देश दिया। जिसके बाद फारेस्ट गार्ड राजकुमार बंजारे और डिप्टी रेंजर अश्वनी कुमार दुबे ने आधी रात में ही ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू शुरू किया और कुएं में खाट डालकर हिरणों को बाहर निकालने का प्रयास किया तो 3 हिरण खाट के सहारे बाहर आ गए लेकिन 2 हिरण कुएं में ही थे। इसके बाद 2 ग्रामीणों को कुएं में उतारा गया और उनकी मदद से दोनों हिरणों को बाहर निकाला गया।

राहत की बात यह थी कि थोड़ी देर की देखरेख के बाद सभी हिरण सामान्य स्थिति में आ गए जिन्हें डीएफओ शशि कुमार के निर्देश पर जंगल में छोड़ दिया गया।

इस पूरे घटनाक्रम में सबसे तारीफ का काम स्थानीय वन अमले ने किया कि ठंड की परवाह किए बिना ही आधी रात में ही रेस्क्यू कर पांचों हिरणों को सुरक्षित कुएं से बाहर निकालकर जंगल में छोड़ा।

सफेद भालू की कुएं में गिरने से हुई थी

गौरतलब है कि जंगल से भटक कर खाने-पीने की तलाश में वन्य प्राणी जंगलों से सटे गांव की ओर आते हैं और इस प्रकार अंधेरे में कुएं में या गड्ढों में गिर रहे हैं। इससे पहले भी मरवाही में वन्य प्राणियों के गिरने के मामले सामने आए हैं। अंडी गांव में एक कुएं में गिरने से सफेद भालू की भी पूर्व में मौत हो चुकी है। जबकि रटगा गांव में एक कुएं में एक मादा भालू के दो शावक कुएं में गिर गए थे, जिन्हें बाद में सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू किया गया। वहीं मरवाही गांव में ही कुएं में भालू गिर गया था जबकि भाड़ी गांव में पूर्व में सूखे कुएं में एक भालू के गिरने की घटना सामने आई थी।