पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/08 मार्च 2024) :
8 मार्च को पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मना रही है और महिलाओं के उत्थान, सशक्तिकरण, समानता, स्वावलंबन पर विशेष जोर दे रही है। ऐसे में छत्तीसगढ़ राज्य में 4 साल पहले 10 फरवरी 2020 को अस्तित्व में आए नए जिले गौरेला पेण्ड्रा मरवाही की चर्चा महिला दिवस पर होनी इसलिए जरूरी हो जाती है, क्योंकि इस जिले के गठन के बाद पहली कलेक्टर की पदस्थापना से लेकर अब तक जिले की प्रशासनिक कमान 6 में से 5 बार महिला कलेक्टर को दिए गए हैं, वहीं जिले की पुलिस कप्तान भी महिला हैं, जो यह साबित करता है कि आज की महिला किसी से कम नहीं है और जिले की मुखिया के पद सहित बड़े से बड़े जिम्मेदारी को बखूबी निभा सकती हैं।
जीपीएम जिले में महिला मुखिया के निर्देशन में पिछले 4 वर्षों में विकास कार्य तेज गति से हो रहे हैं। इन 4 वर्षों में जिले की मुखिया का दायित्व महिला अधिकारियों को मिलता आया है।

शिखा राजपूत तिवारी (IAS)
जिसमें जिले की पहली कलेक्टर बनने का गौरव 2008 बैच की आईएएस शिखा राजपूत तिवारी को मिला। इनके नेतृत्व में जिले ने विकास की गति पकड़ी। कलेक्टर पद की जिम्मेदारी मिलने से पहले शिखा राजपूत तिवारी को जिले में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी नियुक्त किया गया था जिनके नेतृत्व में प्रशासनिक कार्यालय संचालन के लिए नए जिले में भवन, फर्नीचर, स्टाफ इत्यादि की व्यवस्था की गई थी। इनके स्थानान्तरण के बाद कुछ माह के लिए डोमन सिंह को कलेक्टर बनाया गया।

नम्रता गांधी (IAS)
उसके बाद महिला कलेक्टर के रूप में नम्रता गांधी की नियुक्ति की गई जिनका कार्यकाल 15 जनवरी 2022 तक रहा। नम्रता गांधी की छवि तेज तर्रार कलेक्टर के साथ ही किसी भी शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करने वाली अफसर के रूप में रही। उनकी पहल से जिले के 222 गांवों में 26 हजार 640 पुस्तकों के कहानियों का पिटारा पुस्तकालय का शुभारंभ यादगार रहा। वहीं धान खरीदी में जिले के किसानों को सुविधाजनक तरीके से धान बेचने के लिए आदर्श व्यवस्था कलेक्टर नम्रता गांधी ने बनाई थी, जिसके तहत धान विक्रय के लिए दिनवार व ग्रामवार टोकन काटा गया, जिससे किसी भी किसान को ज्यादा समय लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ा, जबकि इससे पहले के वर्षों में किसान को आधी रात से लाईन खड़े होकर टोकन कटाना पड़ता था।

रिचा प्रकाश चौधरी (IAS)
नम्रता गांधी के बाद जिले की कमान महिला कलेक्टर रिचा प्रकाश चौधरी के हाथों में आया। रिचा प्रकाश के नेतृत्व में भी जीपीएम जिले में विकास की नई इबारत लिखी गई। कलेक्टर रिचा प्रकाश के द्वारा जिले में शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए विशेष प्रयास किए गए। उनके द्वारा ईजीएल पद्धति से पेण्ड्रा और गौरेला ब्लाक के स्कूलों में पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को पढ़ाने के विशेष प्रयास किया गया जिससे बच्चों के शैक्षणिक स्तर में सुधार आया।

प्रियंका ऋषि महोबिया (IAS)
रिचा प्रकाश चौधरी के बाद 31 जनवरी 2023 को जिले का कमान महिला कलेक्टर प्रियंका ऋषि महोबिया के हाथों में आया। प्रियंका ऋषि महोबिया भी बखूबी प्रशासन का संचालन कीं। उनके नेतृत्व में भी जिले में विकास कार्य तेज गति से हुए। खासकर उनके नेतृत्व में विधानसभा निर्वाचन कार्य शांति पूर्ण व्यवस्थित रूप से सम्पन्न हुआ। उन्होंने जीपीएम जिले को पर्यटन जिला बनाने का अच्छा पहल और प्रयास किया गया।

लीना कमलेश मंडावी (IAS)
प्रियंका ऋषि महोबिया के बाद 29 फरवरी से जिले की बागडोर एक बार फिर महिला कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने संभाल लिया है। 57% आदिवासी आबादी वाले जीपीएम जिले की कमान आदिवासी महिला कलेक्टर के हाथों में आने के बाद विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिए संचालित पीएम जनमन योजना, विकसित भारत योजना सहित आदिवासी उत्थान से संबंधित सभी योजनाओं का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से होने की संभावना है। वहीं कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी के कुशल नेतृत्व में आने वाला लोकसभा चुनाव सम्पन्न होगा।

भावना गुप्ता (IPS)
जीपीएम जिले की पुलिस की कमान संभाल रहीं पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता छत्तीसगढ़ की पहली महिला IPS हैं, जिन्हें प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय आईएसीएपी (IACP) पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय पुलिसिंग संस्था इंटरनेशनल एसोसिएशन आफ चीफ्स आफ पुलिस (IACP) ने भावना गुप्ता को IACP अवार्ड से संयुक्त राज्य अमेरिका के सेंडियागो में 2023 में सम्मानित किया था। पुलिस को संवेदनशील छवि देने वाली IPS भावना गुप्ता 2014 बैच की भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी हैं। भावना गुप्ता जीपीएम जिले की प्रथम महिला पुलिस कप्तान हैं। उन्होंने कार्यभार ग्रहण करते ही समस्त थाना प्रभारियों को आम जनता से अच्छा व्यवहार करने निर्देशित किया और कहा कि पुलिस का काम जनता को दिखना चाहिए।