स्वामी आत्मानंद योजना लागू होने की आड़ में स्कूलों के नाम से महापुरुषों के नाम मिटाने के कृत्य से लोगों में नाराजगी, पेण्ड्रा के मल्टी परपज स्कूल का नामकारण पं. मथुरा प्रसाद दुबे के नाम पर होने बावजूद उनके नाम का उल्लेख बंद करने से नागरिकों में आक्रोश, पूर्व मंत्री पं. मथुरा प्रसाद दुबे ने सन् 1955 में किया था स्कूल का स्थापना

पेण्ड्रा (छग एमपी टाइम्स/27 दिसम्बर 2023) : विधान पुरुष स्व. पंडित मथुरा प्रसाद दुबे ने सन् 1955 में किया गया था। इस संस्थान की स्थापना के बाद यहां से पढ़कर हजारों लोगों के जीवन स्तर में परिवर्तन आया एवं देश विदेश में संस्थान का नाम रौशन किए तथा कर रहे हैं। इसलिए पेण्ड्रा के नागरिकों की मांग पर शासन ने इस संस्था का नामकरण विधान पुरुष पंडित मथुरा प्रसाद दुबे के नाम पर किया गया था।

शासन के द्वारा इस स्कूल में स्वामी आत्मानंद योजना अंतर्गत शिक्षा संचालित की जा रही है। स्वामी आत्मानंद योजना अंतर्गत इस संस्था में शिक्षा संचालित किए जाने से पेण्ड्रा के नागरिकों को कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन संस्थान द्वारा किए जाने वाले सभी आयोजनों, बैनर एवं पत्र व्यवहार में अब पंडित मथुरा प्रसाद दुबे के नाम का उल्लेख नहीं किया जा रहा है, बल्कि संस्थान द्वारा स्वामी आत्मानंद शासकीय बहु उद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लिखा जाता है, जो कि पंडित मथुरा प्रसाद दुबे के नाम को मिटाने का कृत्य है, जिसपर नागरिकों को कड़ी आपत्ति है, क्योंकि शासन ने इस स्कूल का नामकरण पंडित मथुरा प्रसाद दुबे के नाम पर किया गया था।

नागरिकों ने शासन प्रशासन से मांग किया है कि संस्था के नाम में पंडित मथुरा प्रसाद दुबे का नाम उल्लेखित किया जावे। चूंकि संस्था का संचालन स्वामी आत्मानंद योजना अंतर्गत किया जा रहा है, इसलिए नागरिकों ने सुझाव दिया है कि बैनर, बोर्ड या लेटर पैड में संस्था का नाम “”स्वामी आत्मानंद योजनान्तर्गत संचालित पंडित मथुरा प्रसाद दुबे शासकीय बहु उद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पेण्ड्रा”” किया जाना चाहिए, जिससे कि नागरिकों की भावनाएं आहत न हों। यदि संस्था के नाम में पंडित मथुरा प्रसाद दुबे जी के नाम का उल्लेख नहीं किया गया तो इसके विरोध में नागरिक आंदोलन की रूपरेखा भी बना रहे हैं।