स्कूलों में समर कैम्प के लिए कार्य योजना बनाने कलेक्टर ने दिए निर्देश…,वनांचल के गांवों में बच्चे सुबह से तेंदूपत्ता तोड़ाई में जुट जाते हैं, क्योंकि यह सीजनी काम है परिवार की आमदनी का प्रमुख स्रोत…

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/14 मई 2024)
ग्रीष्म कालीन अवकाश में स्कूली बच्चों के लिए समय का सदुपयोग करने के उद्देश्य से खेलकूद, चित्रकला, विभिन्न शैक्षिक गतिविधियों के लिए कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने समर कैम्प हेतु कार्य योजना बनाने और बच्चों एवं पालकों की भागीदारी सुनिश्चित करने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कलेक्ट्रेट के अरपा सभा कक्ष में आयोजित साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन पर ध्यान केन्द्रित करने सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने जन समस्याओं एवं जन शिकायतों के प्रकरणों की विभागवार समीक्षा की और लंबित प्रकरणों को त्वरित रूप से निराकृत करने के निर्देश दिए।
    
कलेक्टर ने समीक्षा के दौरान बकाया मजदूरी भुगतान, मानदेय राशि दिलाने, जीपीएफ राशि दिलाने सहित विभिन्न राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने जन शिकायतों का निराकरण समय सीमा के भीतर करने तथा निराकृत नहीं होने के स्थिति में कारण बताते हुए आवेदक को अवगत कराने के निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर नम्रता आनंद डोंगरे, परियोजना निदेशक डीआरडीए कौशल प्रसाद तेंदुलकर, संयुक्त कलेक्टर आनंदरूप तिवारी एवं प्रिया गोयल, डिप्टी कलेक्टर प्रफुल्ल रजक, सीएमएचओ डॉ. आई नागेशवर राव, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास डॉ. ललित शुक्ला सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे।

वनांचल गांवों में मई के महीने में बच्चे सुबह से तेंदूपत्ता तोड़ाई और गड्डी बनाने में मदद करते हैं अपने माता पिता की
जीपीएम जिले में ज्यादातर वनांचल गांव हैं। इन गांवों में तेंदूपत्ता तोड़ाई सीजन में समर कैंप में बच्चों की कम उपस्थिति रहने की संभावना है, क्योंकि बच्चे अपने माता पिता के साथ सुबह से तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल चले जाते हैं और उसके बाद घर लौटकर तेंदूपत्ता की गड्डी बनाने में भी बच्चे घर के लोगों की पूरी मदद करते हैं। चूंकि मई के महीने में तेंदूपत्ता खरीदी की जाती है और तेंदूपत्ता बेचने से ग्रामीणों को अच्छी आमदनी होती है इसलिए ग्रामीणों का पूरा का पूरा परिवार सुबह से इसी काम में लग जाता है।