
पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/28 फरवरी 2024) :
ठगों ने इस बार ठगी का ऐसा नया तरीका अपनाया है कि जिसे सुनकर पुलिस भी चौंक गई है। दरअसल थाने में जो एफआईआर दर्ज होती है, उस एफआईआर को सीजी एफआईआर पोर्टल में अपलोड किया जाता है जिसमें एफआईआर दर्ज कराने वाले पीड़ित का मोबाइल नंबर भी दर्ज रहता है। इस एफआईआर को ऑनलाइन कोई भी पढ़ सकता है, जिसे पढ़कर ठग ने अपने को पुलिस बताकर पीड़ित से ठगी करके एक तरह से पुलिस को चुनौती दिया है कि पुलिस में दर्ज किए गए एफआईआर में लिखी गई जानकारी भी सुरक्षित नहीं है।

ऐसा ही मामला मरवाही थाने का सामने आया है। जहां पर अज्ञात ठग के द्वारा पुलिस के नाम का सहारा लेते हुए थाने में दर्ज एफआईआर को पढ़कर जांच के नाम पर पीड़ित से धोखाधड़ी कर फोन पे पर पैसा मंगा लिया।
मरवाही थाना क्षेत्र के ग्राम लोहारी, चलचली मोहल्ले में रहने वाले पीड़ित दिनेश कुमार चौधरी पिता स्वर्गीय छोटेलाल, उम्र 35 वर्ष के द्वारा मरवाही थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया है कि 08.01.2024 को लेखन केवट पिता रामकुमार केवट निवासी लोहारी के विरूद्ध घटना दिनांक 01.01.2024 को उसके साथ जातिगत गाली गलौच कर मारपीट किया गया। पुलिस के एफ.आई.आर. में पीड़ित का मोबाईल नंबर भी दर्ज किया गया था।
रिपोर्ट करने के 20 दिन बाद दिनांक 28.01.2024 को दोपहर में मो.न. 08173097510 से पीड़ित के मो.न. 9131006196 पर किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया जो बोला कि वह मरवाही थाना से बोल रहा है। बाहरी पुलिस तुम्हारे केश का जांच करने और लेखन केवट को पकड़ने आ रहे हैं, उनका फीस 3,200/- रूपये लगेगा जो नबंर दिया जा रहा है उसमें तत्काल फोन- पे कर दे। ठग ने पीड़ित से यह भी कहा कि जब तुम्हारे चोट का मुआवजा मिलेगा तो ये पैसा वापस हो जायेगा और गांव में किसी को मत बताना हम लोग आरोपी को चुपचाप पकड़कर ले जायेंगे।
इसकेे बाद पीड़ित मरवाही के कियोस्क सेंटर चलाने वाले रवि विश्वकर्मा के पास गया और मोबाइल से फ़ोन करने वाले शख्स के बोले अनुसार 3,200/- रूपये फोन पे करा दिया। फोन पे होने के बाद ठग से पूछा गया कि पैसा आया कि नहीं तब वह बोला कि पैसा आ गया है, लेकिन मुंशी के नम्बर में चला गया है जो कि ब्लाक है और मैं तुम्हे फिर से दूसरा नंबर दे रहा हूं उसी नम्बर पर उतना ही पैसा 3,200/-रूपये डलवा दो। तब पीड़ित बोला कि उसके पास और पैसों की व्यवस्था नहीं है। तब ठग बोला कि आधे पैसे का व्यवस्था तुम कर लो और आधे पैसे का व्यवस्था मैं कर लूंगा। तब भी पीड़ित बताया कि उसके पास पैसे की व्यवस्था नही है। जिसके बाद पीड़ित व्यक्ति दिनेश कुमार चौधरी शाम 5 बजे तक इंतजार किया तो वह लोग नहीं आये। तब दिनेश अपने ईलाज का मेडिकल दस्तावेज व एक्सरा रिपोर्ट देने थाना पहुंचा और थाना में पुलिस अधिकारियों को अपने साथ हुए घटना के बारे में बताया। पुलिस को भी मामले समझते देर नहीं लगी और तत्काल पीड़ित के साथ किसी मोबाइल धारक अज्ञात ठग के द्वारा ठगी किये जाने का मामला समझ आ गया। जिसके बाद पुलिस ने चलचली मोहल्ले के रहने वाले दिनेश कुमार चौधरी की शिकायत पर अज्ञात मोबाईल नंबर 08173097510 धारक के खिलाफ धारा 420 का अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच में जुट गई है।
पुलिस मामले में ठग की पतासाजी कर रही है, लोग ऑनलाइन ठगी से सतर्क रहें – एएसपी
इस मामले में जीपीएम जिले की एडिशनल एसपी मनीषा ठाकुर रावटे ने कहा कि पुलिस ठगों का पतासाजी कर रही है। जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील किया कि पुलिस की एफआईआर में प्रार्थी के जो भी मोबाइल नंबर दर्ज होते हैं, उस मोबाइल नंबर से जांच के लिए किसी भी प्रकार की फीस पुलिस के द्वारा नहीं मांगी जाती है। इसलिए ऐसे फोन किसी के पास आते हैं तो वह तत्काल थाने में शिकायत दर्ज कराएं।