साक्षरता मिशन : सरपंच, मां-बेटा, सास-बहू, पति-पत्नी, देवरानी-जेठानी ने भी दिया साक्षरता परीक्षा…,2500 नवसाक्षर शामिल हुए राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा में…,असाक्षर और साक्षर रूपी दो अलग दुनिया को मिलाने चल रहा साक्षरता मिशन…आजादी के 75 साल बाद भी निरक्षर होने के अभिशाप से मुक्त करना है एक बड़ी चुनौती…

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/17 मार्च 2024) : 
भारत देश की आजादी को 75 साल से ज्यादा हो गए हैं, फिर भी बहुत बड़ी आबादी अब भी निरक्षर है जबकि इन 75 सालों में सभी गांवों में स्कूल खुल चुके हैं। असाक्षर और साक्षर रूपी दो अलग दुनिया को मिलाने के लिए ही शासन के द्वारा लम्बे समय से साक्षरता मिशन चलाया जा रहा है क्योंकि निरक्षर होना अभिशाप के समान है, जिससे मुक्त करना जरूरी है।

उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा का आयोजन 17 मार्च 2024 रविवार को प्रातः 10 बजे से सायं 05 तक जीपीएम जिले के तीनों विकासखण्ड गौरेला के 12 संकुलों पेण्ड्रा के 11 संकुलों मरवाही के 14 संकुलों के प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला के 92 परीक्षा केन्द्रों में बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन कलेक्टर के मार्गदर्शन एवं जिला शिक्षा अधिकारी जे.के. शास्त्री के दिशा निर्देश में आयोजित किया गया।

जिसमें नवसाक्षरों द्वारा महापरीक्षा के प्रति उत्साह दिखा। विकासखण्ड पेण्ड्रा में पति-पत्नी अमृत लाल-ईश्वरी, देवरानी-जेठानी चम्पा भरिया एवं केमली बाई, अमारू परीक्षा केन्द्र में 82 वर्षीय वृद्ध महिला बृहस्पतिया बाई तथा जिल्दा में दिब्यांग शिवप्रसाद, कोड़गार सरपंच फुलकुवंर कंवर भी परीक्षा में सम्मिलित हुए। विकासखण्ड गौरेला में मां-बेटा, जी तृप्ती एवं जाॅनसन, गोरखपुर में पति-पत्नी पुन्नू लाल-मीरा बाई, विकासखण्ड मरवाही के बरगंवा सेन्टर में पति-पत्नी गयादीन-सुनीता, रतन-जगतू बाई, देवरानी-जेठानी सहोद्रा व मैकिन बाई, सास-बहू चन्द्रवती एवं गुलाब बाई ने भी परीक्षा दिया।

जिला नोडल अधिकारी मुकेश कोरी ने बताया कि जिले में लगभग 2500 नवसाक्षरों ने इस महापरीक्षा अभियान में सम्मिलित होकर बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान के प्रमाणीकरण हेतु परीक्षा केन्द्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस परीक्षा को सफल बनाने हेतु जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की टीम द्वारा परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया गया। समग्र शिक्षा के नोडल संजय वर्मा, जिला नोडल अधिकारी मुकेश कोरी, विकासखण्ड गौरेला के नोडल संजय नामदेव पेण्ड्रा के नोडल अजय चौधरी, मरवाही के नोडल संजय टांडिया ने परीक्षा के दौरान निरीक्षण कार्य किया। इस महापरीक्षा अभियान को सफल बनाने में असाक्षरों का सर्वे कर उन्हें परीक्षा केन्द्र तक लाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका जिले के समस्त संकुलों के सीएसी और शिक्षकों ने निभाया।