
अमरकंटक।अनूपपुर।पेण्ड्रा (छग एमपी टाइम्स/30 अप्रैल 2024) :
मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली पवित्र नगरी अमरकंटक में रुद्रगंगा स्थल पर 70 वर्षों पुराना फक्कड़ बाबा की कुटिया फॉरेस्ट विभाग ने हनुमान जयंती की सुबह लगभग 4 बजे अचानक उखाड़कर फेंक दिया था, जिस पर अमरकंटक साधु समाज व शिष्य भक्तगण काफी नाराजगी जताये थे और अनूपपुर जिला कलेक्टर आशीष वशिष्ठ को ज्ञापन देकर अपनी नाराजगी से अवगत करा दिए थे। इसके बाद कलेक्टर ने आश्वाशन दिया था कि टीम गठित कर जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कार्यवाही भी होगी, साथ ही रुद्रगंगा स्थल पर फक्कड़ बाबा का नया इको फ्रैंडली कुटिया का जल्द निर्माण भी कराया जायेगा।
संतों की नाराजगी और कलेक्टर के कड़े तेवर को देख फॉरेस्ट विभाग द्वारा कुटिया का निर्माण कार्य शुरु कर दिया गया है। इस संबंध में मंगलवार 30 अप्रैल को संतों की समीक्षा बैठक कल्याण सेवा आश्रम के पुस्तकालय में हुई। अमरकंटक के संत समिति मंडल ने फॉरेस्ट विभाग के एसडीओ और रेंजर की उपस्थिति में बैठक की। जिसमें संतों द्वारा मुख्य रूप से यह बात रखी गई कि इको फ्रैंडली कुटिया कब तक तैयार हो पाएगी ? तथा कुटिया के अंदर काले ग्रेनाइट पत्थर की मां नर्मदा जी की जो स्थापित मूर्ति खंडित की जा चुकी है उसे दूसरी लाने में कितना समय लगेगा ? रुद्रगंगा में जो ईको फ्रेंडली का कार्य विभाग द्वारा कराया जा रहा है उसमे गति नहीं होने पर साधु समाज ने समय निर्धारण की बात रखी। जिस पर फॉरेस्ट विभाग के रेंजर ने 10 दिवस में काम पूर्ण करने की बात कही।
बैठक में उपस्थित पुष्पराजगढ़ फॉरेस्ट एसडीओ ने आश्वासन देते हुए कहा कि जल्द कार्य पूर्ण होंगे और मां नर्मदा जी की मूर्ति भी जल्द आर्डर करके बनवाकर मंगवाई जायेगी। रुद्रगंगा फक्कड़ आश्रम की सीमाओं का भी फेंसिंग लगाकर साथ ही साथ कार्यपूर्ण किया जाने की मांग पर भी विभाग ने पूर्ण करने की बात कही। इको फ्रैंडली कुटिया निर्माण कार्य पर सभी संत, भक्त गणों की रोजाना नजर बनी हुई है। कुटिया बेहतर बनाने की जिज्ञासा संत गण करते आ रहे है।
मंगलवार को हुए संतों की बैठक में मुख्यरूप से संतो में शांति कुटी आश्रम से महंत रामभूषण दास महाराज, कल्याण सेवा आश्रम से स्वामी धर्मानंद महाराज, परमहंस धारकुंडी आश्रम से स्वामी लवलीन महाराज, शिवगोपाल आश्रम से महंत हनुमान दास महाराज, नर्मदा मंदिर पुजारी पंडित धनेश द्विवेदी, संत नाथ बाबा, प्रवीण दास, पुष्पराजगढ़ एसडीओ फॉरेस्ट प्रदीप खत्री, फॉरेस्ट रेंजर अमरकंटक व्ही. के. श्रीवास्तव, दिनेश साहू, शिव खैरवार, श्रवण उपाध्याय इत्यादि उपस्थित थे।