संकट मोचन हनुमान ने जलाई लंका, चहुं लोक में बजा श्रीराम का डंका, अमरकंटक में तीन दिवसीय श्रीरामचरित लीला का समापन हुआ

अमरकंटक।अनूपपुर।पेण्ड्रा (छग एमपी टाइम्स/18 जनवरी 2024) : 
अयोध्या में भव्य श्रीरामलला मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा से पहले भगवान श्रीरामचंद्र जी के जीवन की प्रमुख घटनाओं और पात्रों पर केंद्रित तीन दिवसीय नाट्य प्रस्तुति समारोह नर्मदा उद्गम स्थल पवित्र नगरी अमरकंटक में किया गया। तीसरे और अंतिम दिन नीता वर्मा, छिंदवाड़ा की टीम द्वारा हनुमान लीला की प्रस्तुति के साथ मध्य प्रदेश शासन, संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय श्रीरामचरित लीला का समापन हुआ।

तीसरे दिन की प्रस्तुति का केंद्रीय विषय हनुमान का पात्र था। श्री हनुमान के जन्म से लेकर श्रीराम जी की रावण पर विजय तक की सभी प्रमुख घटनाओं जैसे कि समुद्र लांघना, सीता माता का पता लगाना, अक्षय कुमार का वध, लक्ष्मण के मूर्छित होने पर हनुमान जी द्वारा पूरा पर्वत उठाकर लाना और स्वयं श्रीराम को अपना आराध्य मानकर उनका परमभक्त बनकर उनकी सेवा करना उन्हें सबसे अलग बनाती है। इसीलिए तो कहा जाता है कि अगर दुनिया श्रीराम से है तो श्रीराम हनुमान से हैं। प्रस्तुति पश्चात शांति कुटि आश्रम के महामंडलेश्वर रामभूषण दास महाराज ने मध्य प्रदेश शासन और संस्कृति विभाग के इस आयोजन की सराहना की और साथ ही राममंदिर के निर्माण हेतु सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। ज़िला प्रशासन अनूपपुर के आधिकारिक व्यक्तियों द्वारा तीन दिवसीय समारोह के सभी कलाकारों और सहयोगियों के साथ मध्यप्रदेश शासन और संस्कृति विभाग का आभार व्यक्त किया गया।

इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शांति कुटी आश्रम के महंत रामभूषण दास महाराज, नगर परिषद अध्यक्ष पार्वती सिंह, नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष रामगोपाल द्विवेदी, अमरकंटक विकास प्राधिकरण की पूर्व उपाध्यक्ष बविता सिंह, शिक्षक जितेंद्र तिवारी, पार्षद रोशन पनारिया, दिनेश द्विवेदी, प्रकाश दिवेदी, पत्रकार श्रवण कुमार उपाध्याय इत्यादि सहित बड़ी संख्या में नागरिकों ने नाट्य समारोह देखा।