श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के नेतृत्वकर्ता रहे अयोध्या के संत पूर्व सांसद रामविलास वेदांती महाराज से श्रीमद्भागवत कथा सुन भक्ति में डूबे श्रोता…,अमरकंटक में एक सप्ताह चला भागवत कथा…

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/01 जून 2024) :
मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली पवित्र नगरी अमरकंटक में सुरेंद्र पांडेय के निज निवास पर मां नर्मदा जी की अनुकम्पा तथा गुरुदेव युवराज स्वामी बद्री प्रपन्नाचार्य महाराज चित्रकूट धाम के आशीर्वाद से श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ अयोध्या नगरी से पधारे कथा व्यास वशिष्ठ पीठाधीश्वर महर्षि डॉ. राम बिलास वेदांती महाराज के विद्वतवरेण्य संत के श्रीमुख से निःश्रत श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया।

श्रीमद्भागवत कथा के संयोजक रहे डॉ. वेदांती महाराज के शिष्य डॉ. राघवेश दास वेदांती अयोध्या रहे। कथा के मुख्य यजमान के रूप में श्रोता अमरकंटक बाराती निवासी ममता पांडेय सुरेंद्र पांडेय तथा उनकी बहू रेशमा पांडे शैलेंद्र पांडेय  सहित परिवार के अन्य सदस्यगण रहे।

प्रथम दिवस मां नर्मदा उद्गम स्थल कुंड में पूजन कर कलशों में जल भरकर भव्य रथ में कथा वाचक संत को विराजमान कर माथे में भागवत, कलश रख पैदल ढोल नगाड़ों, आतिशबाजी मध्य शोभा यात्रा नर्मदा मंदिर से प्रारंभ होकर कथा स्थल पहुंच कलश स्थापना, बेदी पूजन, भागवत पुराण पूजन उपरांत मंत्रमुग्ध कर देने वाली कथा का वाचन तथा भजन गीत वाद्ययंत्र के साथ सात दिन तक चलती रही। यज्ञ हवन पूर्णाहुति पश्चात विशाल भंडारा प्रसाद ग्रहण कराया गया।

श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन में 25 बार जेल भी गए वेदांती महाराज

अयोध्या से पधारे भागवत कथा वाचक संत हिंदूधाम संस्थापक वशिष्ठ पीठाधीश्वर महर्षि डॉ. रामविलास दास वेदांती महाराज ने बताया कि उन्हें मानस मराल वैष्णव कुलभूषण संत रामभूषण दास महाराज जैसे संत का सानिध्य व संरक्षण मिला तथा दीक्षा प्राप्त करने का सौभाग्य भी मिला।

वेदांती ने 1968 में घर छोड़कर अयोध्या राम की नगरी पहुंच योग्यतम् आचार्य संत अभिरामदास का संरक्षण मिला। इन्ही के मार्गदर्शन में आपने संस्कृत का अध्ययन करते हुए वेदांताचार्य एवं विद्यावारिधि (पीएचडी) की उपाधि प्राप्त की। वो 1976 में रामनगरी की प्रमुख पीठ वशिष्ठ भवन के महंत बने। रामजन्मभूमि आंदोलन नेतृत्व की जब भी जरूरत पड़ी तो आपने अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर हिंदू समाज का नेतृत्व किया और पच्चीस बार जेल भी गए। वेदांती महाराज ने लोकसभा सदस्य के रूप में दो बार धर्म संस्कृति और सनातनता की पताका फहराई। उन्होंने वर्ष 2000 में न्यूयार्क के विश्व धर्म सम्मेलन में हिंदू धर्म दर्शन के संवाहक बने। गत तीन दशक से कथा, प्रवचन कर रहे हैं। वेदांती महाराज वेद, वेदांत, गीता, उपनिषद, श्रीमद्बाबाल्मिकी रामायण, श्रीमद्भागवत महापुराण, श्रीरामचरित मानस और अन्य पुराणों के ज्ञाता संत हैं। ऐसे संत का मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली अमरकंटक की पावन भूमि में श्रीमद्भागवत कथा का ज्ञान गंगा भक्ति रस में सप्ताह भर श्रोतागण खूब भक्ति में झूमते नजर आए।