शीत लहर : साल की सबसे सर्द सुबह…,अमरकंटक में न्यूनतम तापमान 0 डिग्री के आसपास और पेण्ड्रा में 5 डिग्री सेल्सियस…,अमरकंटक और पेण्ड्रा में जमी बर्फ की चादर…,सर्द हवाओं से दिन में भी महसूस हो रही ठिठुरन…

शीत लहर : साल की सबसे सर्द सुबह…,अमरकंटक में न्यूनतम तापमान 0 डिग्री के आसपास और पेण्ड्रा में 5 डिग्री सेल्सियस…,अमरकंटक और पेण्ड्रा में जमी बर्फ की चादर…,सर्द हवाओं से दिन में भी महसूस हो रही ठिठुरन…

अमरकंटक।पेण्ड्रा (CG MP TIMES/15 दिसम्बर 2024) :
मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली पवित्र नगरी अमरकंटक क्षेत्र में विगत एक सप्ताह से शीत लहर की चपेट में था जो आज पारा शून्य के आसपास लगभग चला गया। वहीं पेण्ड्रा के मैदानी क्षेत्रों में पारा 5 डिग्री सेल्सियस तक लुड़क गया। इससे अमरकंटक और पेण्ड्रा में सुबह सुबह बर्फ की चादर बिछी हुई दिखी। जबकि मौसम विभाग केन्द्र पेण्ड्रारोड में पारा 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि इस साल के न्यूनतम तापमान का रिकार्ड है। इससे एक दिन पहले मौसम विभाग केन्द्र में 6.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था।

अमरकंटक और पेण्ड्रा में इन दिनों पाला पड़ रहा है। कड़कड़ाती ठंड की वजह से अमरकंटक और पेण्ड्रा क्षेत्र में बर्फ की सफेदी या कहे घास पर सफेद चादर सी बिछी हुई नजर आ रही है। प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थ स्थल पवित्र नगरी अमरकंटक में रविवार 15 दिसंबर 2024 को एक बार फिर तापमान शून्य के आसपास आ गया।  फलस्वरुप पूरे अमरकंटक क्षेत्र में जगह-जगह ओस की बूंदे सफेद बर्फ की चादर सी जमी हुई नजर आई।

अमरकंटक में तीर्थ यात्री, पर्यटक, भक्तगण, श्रद्धालु जनों को इस नजारे का भरपूर आनंद ले रहे है। अमरकंटक की ठंड इन दिनों पूरे शबाब पर है। शीतलहर दिसंबर एवं जनवरी माह में यह नजारा प्रायः दिनों में देखने को मिलता ही रहता है।

अमरकंटक नगर पालिका अधिकारी सीएमओ भूपेंद्र सिंह बघेल ने बताया कि क्षेत्र में ठंड को देखते हुए नगर के अनेक जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है। जहां जहां नर्मदा परिक्रमा वासियों के रुकने के स्थानों पर, बस स्टैंड, माई की बगिया, रामघाट क्षेत्र, नर्मदा मंदिर क्षेत्र आदि भीड़भाड़ वाली जगहों पर अलाव की व्यवस्था नगर परिषद माध्यम से उचित व्यवस्था कराई जा रही है। आगे इससे भी ज्यादा ठंड पड़ने की उम्मीद जताई जा रही है। क्षेत्रीय व्यापारी श्याम लाल सेन ने बताया कि नगर परिषद अमरकंटक ने अलाव की भरपूर व्यवस्था कर रही है, जो भीड़भाड़ की जगह है वहां अलाव जलाने हेतु लकड़ियां गिरा दी जा रही जिससे श्रद्धालु, परिक्रमा वासी ठंड से बचने के लिए आग का सहारा भी ले रहे है।

मौसम विभाग पेण्ड्रारोड के मौसम वैज्ञानिक आदित्य राज ने बताया कि अभी दो-तीन दिन इसी तरह से ठंड पड़ेगा उसके बाद तापमान में वृद्धि होगी।

ठंड से बचाव जरूरी – डॉक्टर

डॉक्टरों ने भी ठंड से बचने की सलाह दी है। जो लोग मॉर्निंग वॉक के लिए जल्दी घर से निकल जाते हैं, उन्हें सूर्योदय के बाद मॉर्निंग वॉक में जाने की सलाह डॉक्टरों ने दी है। साथ ही डॉक्टरों ने कहा है कि ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पूरे समय पहने रहना चाहिए।