
अमरकंटक।अनूपपुर।पेण्ड्रा (छग एमपी टाइम्स/14 मई 2024)
मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली पवित्र नगरी अमरकंटक में सोमवार को शिवगिरी आश्रम पर ब्रम्हलीन सूरज गिरी के षोडशी पूजन पश्चात उनके छोटे शिष्य संत रमेश गिरी को संतों द्वारा सर्व सम्मत होकर चादर ओढ़ाई गई।

गुरुजी के ब्रम्हलीन होने के बाद उनके छोटे शिष्य रमेश गिरी आश्रम के महंती पद में आशीन हुए। अमरकंटक धाम के तपस्वी, सिद्ध साधक पंच दस नाम जूना अखाड़ा तेरह मढ़ी के कलकतिया परिवार के विभूषित स्वामी सूरज गिरी महाराज 28 अप्रैल 2024 को ब्रम्हलीन हो जाने के बाद सोमवार को वैशाख शुक्ल षष्ठी 13 मई 2024 को संत समागम के बीच षोडशी का पूजन पश्चात संतो द्वारा मंत्रोचार के मध्य सभी ने एक साथ चादर ओढ़ाई और उन्हें इस आश्रम का महंत घोषित कर उपस्थित सभी संत शुभाशीष दिए।

उसके बाद संत पूजन कर भोजन प्रसादी दे भेंट दिया गया। इसके बाद का भंडारा गीता स्वाध्याय आश्रम में संत, महंत और भक्तगणों ने षोडशी का प्रसाद ग्रहण किए। षोडशी, मंहतयी पूजन में महंत कृष्णानंद गिरी महाराज (चाचा गुरु), संत अन्नपूर्णानंद गिरी महाराज (बड़े गुरुभाई), स्वामी विवेक गिरी महाराज (थानापति), संत बजरंग गिरी महाराज, संत ओंकार गिरी महाराज, स्वामी नर्मदा नंद महाराज, हनुमान दास महाराज, बाबा लवलीन महाराज, स्वामी महेश चैतन्य महाराज, रेवा शंकर पुरी, ब्रम्हागिरी, सुदर्शन गिरी, वर्खा पुरी, योगेश गिरी, विजयानंद, कैलाश भारती, नरेंद्र गिरी महाराज, पत्रकार, संत, पंडित, भक्तगण सम्मिलित हुए।