विजयादशमी पर राजमहल पेण्ड्रा में परंपरागत तरीके से हुआ शस्त्रों का पूजन…,राजमहल पेण्ड्रा का है ऐतिहासिक महत्व…

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (CG MP TIMES/13 अक्टूबर 2024) :
विजयादशमी के अवसर पर राजमहल पेण्ड्रा में पूर्व जमींदार परिवार के सदस्य राजा उपेंद्र बहादुर सिंह ने परंपरागत तरीके से शस्त्रों का पूजा अर्चना किया।

राजा उपेंद्र सिंह ने बताया कि विजयादशमी पर्व भगवान श्रीराम के विजय के प्रतीक और शक्ति के उपासना का पर्व है, इसलिए इस दिन शक्ति की उपासना के रुप में शस्त्रों की पूजा अर्चना करने की परंपरा पूर्वजों से चली आ रही है, इसलिए उनके द्वारा भी उसी परम्परा का निर्वहन किया जा रहा है।

राजमहल पेण्ड्रा का ऐतिहासिक महत्व

बता दें कि राजमहल पेण्ड्रा का ऐतिहासिक महत्व है क्योंकि इस परिसर में स्थित सिद्धपीठ काली मंदिर की स्थापना लगभग 400 वर्षों पूर्व पिंडारियों ने की थी। क्षेत्र से पिंडारियों को भगाने के बाद पहले जमींदार हिन्दू सिंह और उनके भाई छिंदू सिंह ने लोगों में पिंडारियों का भय खत्म करने के लिए इसी स्थान पर राजमहल बनवाया था, जिसके बाद मंदिर राजमहल परिसर में है। इस मंदिर में सैकड़ों वर्षों से लोगों की आस्था है इसलिए यहां 9 दिनों तक शक्ति की उपासना होती है।