वरिष्ठ शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से शिक्षकों की अपेक्षाएं : जल्द हो प्रिंसिपल व एचएम का प्रमोशन…… विभागीय अधिकारियों की उदासीनता से रिक्त पड़े हैं प्रिंसिपल व एचएम के 10620 पद….विभाग में इच्छाशक्ति आ जाए तो एक पखवाड़े में भरे जा सकते हैं ये रिक्त पद….. संस्था प्रमुख का पद रिक्त होने से शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ा है विपरीत प्रभाव…..

रायपुर। (छग एमपी।टाइम्स/16 फरवरी 2024) :
शिक्षा विभाग की उदासीनता और लापरवाही के कारण प्रदेश के हायर सेकेण्डरी, मिडिल एवं प्राइमरी स्कूलों में प्रिंसिपल व हेड मास्टर के 10620 पद रिक्त पड़े हुए हैं। ये पद प्रमोशन से भरे जाने हैं। यदि प्रमोशन प्रक्रिया नियमित रूप से चले तो ये पद रिक्त नहीं रह सकते लेकिन उदासीन और लापरवाह शिक्षा विभाग अब भी अपने पुराने ढर्रे पर चल रहा है जबकि प्रदेश में सरकार बदल चुकी है और अब शिक्षा विभाग की कमान सबसे वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के पास है। इसलिए पदोन्नति की राह तक रहे शिक्षकों को बृजमोहन अग्रवाल से बहुत अपेक्षाएं हैं।

बता दें कि प्रदेश में शिक्षकों के 54939 पद रिक्त पड़े हुए हैं जिनमें से प्रिंसिपल के 3576, मिडिल स्कूल हेड मास्टर के 3886 और प्राइमरी स्कूल हेडमास्टर के 3158 सहित कल 10620 पद विभागीय उदासीनता के कारण अनावश्यक रूप से रिक्त पड़े हुए हैं। अनावश्यक रूप से रिक्त पड़े होना इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि यह सभी पद प्रमोशन से भरे जाने हैं। प्रमोशन के लिए शासन के पास सभी शिक्षकों की वरिष्ठता सूची पड़ी हुई है।

विभागीय अधिकारियों में यदि कुछ कमी है तो वह कमी है प्रमोशन करने के लिए इच्छाशक्ति की। यदि विभाग में इच्छाशक्ति आ जाए तो यह रिक्त पद एक पखवाड़े के अंदर भरे जा सकते हैं।

शासन को चाहिए कि प्रिंसिपल पद पर पदोन्नति के लिए राजपत्र में प्रकाशित नियमानुसार पुरानी भर्ती वाले व्याख्याता, मिडिल स्कूल के हेड मास्टर और एलबी संवर्ग व्याख्याता का जो मापदंड राजपत्र में निर्धारित है, उस मापदंड के अनुसार वरिष्ठता सूची से तत्काल स्कूलों में प्रिंसिपल का प्रमोशन किया जा सकता है। इसी तरह से मिडिल स्कूल और प्राइमरी स्कूल में रिक्त पड़े हुए हेड मास्टर के पदों को भी एक पखवाड़े में ही प्रमोशन से भरा जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि प्रिंसिपल एवं हेड मास्टर अपने संस्था के प्रमुख होते हैं। जब किसी संस्थान में प्रमुख का पद खाली रहता है, तो निश्चित तौर पर उसे संस्थान के शिक्षा की गुणवत्ता में फर्क पड़ता है। इसलिए शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए सभी संस्थाओं के रिक्त पड़े हुए प्रिंसिपल और हेड मास्टर के पद पर तत्काल प्रमोशन सूची जारी कर काउंसलिंग के माध्यम से इन पदों को भर जाना चाहिए।

हालांकि जब से प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ है और शिक्षा विभाग की कमान सबसे वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के हाथों में आई है, तब से शिक्षकों की अपेक्षाएं वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से बढ़ गई हैं। क्योंकि बृजमोहन अग्रवाल के पास अनुभव का खजाना है और वह स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए शुरू से ही प्रयासरत दिख रहे हैं। इसलिए ऐसी संभावना देखी जा रही है कि शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल जल्द ही प्रमोशन सूची जारी करने का आदेश दे सकते हैं।