
मैकल परिक्रमा की हो रही व्यापक तैयारी, शामिल होंगे केंद्रीय एवं राज्य के मंत्री
पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (CG MP TIMES/13 नवंबर 2024) :
छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश में 70 किलोमीटर मैकल परिक्रमा कॉरीडोर निर्माण के लिए मां नर्मदा के भक्त कार्तिक पूर्णिमा 15 नवम्बर से 21 नवम्बर तक पैदल मैकल परिक्रमा करेंगे। भक्तों का उद्देश्य है कि मैकल परिक्रमा कॉरिडोर बनने से अमरकंटक में तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी वहीं पेण्ड्रारोड, अमरकंटक सहित कॉरिडोर में आने वाले छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश के गांव एवं कस्बों में रहने वालों को रोजगार मिलेगा।


इस संबंध में जानकारी देते हुए मां नर्मदा मैकल परिक्रमा आयोजन समिति के सदस्य प्रखर हिंदूवादी नेता एवं किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष व जनपद सदस्य बृजलाल सिंह राठौर ने बताया कि स्कंद पुराण के अनुसार पौराणिक मान्यता है कि मैकल पर्वत परिक्रमा करने से 7 जन्मों के पाप से छुटकारा मिलता है और यह परिक्रमा पूरे पृथ्वी के परिक्रमा के समान माना गया है। उन्होंने बताया कि मैकल परिक्रमा कॉरिडोर निर्माण से अमरकंटक विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल की श्रेणी में पहुंच जाएगा तथा परिक्रमा कॉरिडोर में आने वाले गांव कस्बों के लोगों को रोजगार मिलने से आर्थिक लाभ होगा। वहीं मैकल पर्वत में विशेष संरक्षित जनजाति बैगा लोगों की बसाहट काफी है, जिनकी गरीबी और पिछड़ेपन में कमी आएगी। वहीं आदिवासी क्षेत्र में धर्मांतरण की संभावना भी खत्म हो जाएगी तथा सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, आर्थिक समरसता भी बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि मैकल परिक्रमा कारीडोर का 40 किलोमीटर सड़क छत्तीसगढ़ राज्य में और 30 किलोमीटर मध्य प्रदेश में आएगा।
बृजलाल सिंह राठौर ने बताया कि परिक्रमा के संरक्षक 1008 श्री मां नर्मदा सीताराम महाराज तथा संयोजक महंत भगवान दास हैं। उन्होंने बताया कि परिक्रमा में संत समाज भी शामिल होगा।

मैकल परिक्रमा की हो रही व्यापक तैयारी, शामिल होंगे केंद्रीय एवं राज्य के मंत्री
मैकल परिक्रमा की व्यापक तैयारी की जा रही है। इस परिक्रमा में अलग अलग दिनों में केन्द्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू, छत्तीसगढ़ शासन के उप मुख्यमंत्री अरुण साव, स्वास्थ मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, मरवाही विधायक प्रणव मरपच्ची, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला भी शामिल होंगे।
15 नवंबर को माई की बगिया से शुरु होकर परिक्रमा 21 नवंबर को होगी पूरी
मैकल पर्वत की परिक्रमा की कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर शुक्रवार की सुबह माई की बगिया अमरकंटक स्थित गणेश धूना से प्रारंभ होगा, जिसका पहला पड़ाव भजन संकीर्तन के साथ मां नर्मदा के तटवर्ती घाट स्थित ग्राम जगतपुर कंरजिया में होगा। 16 नवंबर को यहां से परिक्रमा प्रारंभ होगी और रात्रि विश्राम जोगी कुंड खन्नात करंजिया में करेगी। 17 नवंबर को परिक्रमा प्रारंभ होने के बाद ज्वालेश्वर महादेव तीर्थ में रात्रि विश्राम होगा। 18 नवंबर को ज्वालेश्वर महादेव से परिक्रमा पकरिया पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी। 19 नवंबर को ग्राम पकरिया से परिक्रमा माई का मंड़वा ठाड़पथरा पहुंचेगी। यहां से 20 नवंबर को प्रस्थान कर रात्रि विश्राम ग्राम आमाडोब में करेंगे। रात्रि विश्राम के लिए रुकेगी। ग्राम आमाडोब से 21 नवंबर की सुबह यात्रा प्रारंभ होकर गणेश धूना अमरकंटक माई की बगिया में परिक्रमा का समापन कन्या पूजन, कन्या भोजन, हवन पूजन भंडारा के साथ होगा।