मां नर्मदा जी में आस्था : अमरकंटक में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के लोग 01 से 12 मई तक करेंगे पिंड दान…,सांब शिवराव ने बताया कि 12 वर्ष में एक बार आकर करते है पिंड प्रदान…विशाखापट्टनम से आए पंडित कराते हैं पूजा एवं पिंड दान…

मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली पवित्र नगरी अमरकंटक में 01 मई से 12 मई 2024 तक आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के अलग अलग शहर जैसे विशाखापट्टनम, विजयवाड़ा, हैदराबाद, सिरकाकोलम, राजमंड्री आदि अनेक जगह से अमरकंटक में सैकड़ों की तादात में लोग आयेंगे और अपने पूजन पद्धति से अमरकंटक में नर्मदा नदी तट पर पिंड प्रदान करेंगे।

इस पावन कार्यक्रम को करवाने वाले पिंड प्रदाता पंडित लक्ष्मीपति विशाखापट्टनम से ही आकर पिंड प्रदान करवाते हैं, जिसका कारण यहां और वहां की पूजन पद्धति में अंतर बतलाया गया है। पूरे कार्यक्रम के सहायक व्यवस्थापक सांब शिवराव ने जानकारी देते हुए बतलाया की यह पिंड प्रदान प्रत्येक 12 वर्ष में एक बार अमरकंटक नर्मदा जी में आकर करते हैं। पूजन कार्य हेतु आंध्र प्रदेश के ही पंडित जी होते हैं।

काशी जी के पंडित रामकृष्ण जी भी आते हैं, जो जप तप करते हैं। अमरकंटक में इतने लोगों के रुकने इत्यादि की व्यवस्था उनके टीम दल भुवनेश्वरी ट्रेवल्स विशाखापट्टनम कुमार शर्मा व उनके साथीगण द्वारा किया जाता है। अमरकंटक में 01 मई से लेकर 12 मई तक सभी होटल, विश्रामग्रह इत्यादि में ठहरने हेतु अन्य तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों को 12 दिनों तक काफी परेशानी हो सकती है। जिसका कारण है कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के तीर्थ यात्रियों ने अधिकतर होटल, विश्रामग्रह आरक्षित करा लिए हैं।