रायपुर।बिलासपुर।जीपीएम (छग एमपी।टाइम्स/08 फरवरी 2024) :
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना महतारी वंदन योजना में वैवाहिक बंधन के नियम की पात्रता को संशोधन करने की मांग उठने लगी है, क्योंकि वैवाहिक बंधन के नियम से 21 वर्ष से अधिक कि हजारों की संख्या में वह युवतियां इस योजना के लाभ से वंचित हो गई हैं जो अपना कैरियर बनाने के लिए पढ़ाई कर रही हैं या किसी न किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। प्रदेश में हजारों की संख्या में युवतियां अपने कैरियर को प्राथमिकता में रखकर विवाह के लिए जल्दबाजी नहीं कर रही हैं। ऐसे में महतारी वंदन योजना से इन युवतियों को बाहर रखना उनके साथ साथ न्याय नहीं है। इसलिए अब प्रदेश के कोने-कोने से मांग उठने लगी है कि महतारी वंदन योजना की पात्रता में 21 वर्ष से अधिक की सभी युवतियों महिलाओं को शामिल किया जाए। 21 वर्ष से अधिक उम्र की जिन युवतियों को महाविद्यालयीन पढ़ाई में छात्रवृत्ति मिल रही है, उनमें से जिन्हें सालाना 12000 रूपये से कम छात्रवृत्ति मिल रहा है, उन युवतियों को भी महतारी वंदन योजना में शामिल किया जाना चाहिए जिससे कि वो अपनी पढ़ाई में और ज्यादा ध्यान दे सकें, इनका जीवन स्तर ऊंचा उठ सके और ये बेटियां किसी पर निर्भर ना रहें।
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना महतारी वंदन योजना महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। योजना के तहत फॉर्म भरने का काम जोर-शोर से चल रहा है। इस बीच एक गंभीर समस्या खासकर उन बेटियों के लिए उभरकर सामने आई है, जो किसी कारणवश विवाह नहीं कर सकी हैं। ऐसी बेटियों के लिए महतारी वंदन योजना में कोई जगह नहीं है। सभी जगह ऐसी कई बेटियां है, जिनका विवाह किसी कारणवश नहीं हो सका। ऐसी बेटियों को सामाजिक सुरक्षा या अन्य पेंशन का लाभ भी नहीं मिल रहा है और छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी महतारी वंदन योजना में भी ऐसी बेटियों वंचित हैं। सरकार को इन बेटियों के संबंध में भी संज्ञान लेना चाहिए और महतारी वंदन योजना की पात्रता सूची में संशोधन करते हुए ऐसी बेटियों को भी शामिल करना चाहिए। जिससे कि इनका जीवन स्तर ऊंचा उठ सके और ये बेटियां किसी पर निर्भर ना रहें।