
पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/13 जून 2024) :
कक्षा पहली से पाँचवीं तक पढ़ाने वाले प्राथमिक शाला के शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत लागू हुए एफएलएन अर्थात बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता संख्या ज्ञान पर 4 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

यह प्रशिक्षण नई शिक्षा नीति के अंतर्गत पूरे राज्य में एससीईआरटी द्वारा संचालित किया जा रहा है। यह चार दिवसीय प्रशिक्षण दो चरणों में आयोजित है, जिसमें पहला चरण 10 जून से 13 जून तक डाईट पेण्ड्रा के अंतर्गत जीपीएम जिले के तीनों विकासखंड में निर्धारित तीन-तीन जोन के साथ ही मुंगेली और बिलासपुर जिले में आयोजित किये गये। जिसकी नियमित मॉनीटरिंग डाइट से नियुक्त प्रत्येक जिले के एफएलएन प्रभारियों द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण में तीनों जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी, समस्त विकासखंड के बीईओ, बीआरसीसी, एबीईओ रायपुर से प्रशिक्षण प्राप्त किए सभी एसआरजी तथा एपीसी के मार्गदर्शन तथा देखरेख में डाइट स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त किए सभी डीआरजी द्वारा शिक्षकों को प्रदान किया गया।

इसके अंतर्गत कक्षा पहली, दूसरी तथा तीसरी के हिन्दी और गणित के पाठ्यक्रम पर बच्चों के साथ कैसे कार्य करना है यह प्रमुख है। इसके साथ ही ई जादुई पिटारा, नवाजतन तथा पुस्तकालय के उपयोग जैसे विषय पर भी शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बिंदुओं के आधार पर प्रारंभिक शिक्षा में बच्चों की आवश्यकता को देख समझकर उसके अनुरूप पाठ्यक्रम तथा उसका क्रियान्वयन करने से संबंधी प्रशिक्षण पूरे प्रदेश भर में दिया गया।

डाइट पेण्ड्रा के अंतर्गत जिला गौरेला पेण्ड्रा मरवाही के डीईओ जेके शास्त्री, बीईओ गौरेला डॉ. संजीव शुक्ला, पेण्ड्रा आरएन चंद्रा, मरवाही दिलीप पटेल, एपीसी मनोज रोहिणी, जिला प्रभारी रश्मि नामदेव व्याख्याता डाइट पेण्ड्रा, सभी एसआरजी जय कुमार त्रिपाठी, नीतू पाठक, पुष्पांजली खान, राजेश चौधरी, विजय साहू द्वारा सभी प्रशिक्षण केंद्रों पर जाकर मॉनीटरिंग तथा अपेक्षित सहयोग प्रदान किया गया।

इसी प्रकार दो अन्य जिले मुंगेली व बिलासपुर में आयोजित प्रशिक्षण की ऑनलाइन तथा ऑफलाइन मॉनीटरिंग डाइट से नियुक्त जिला प्रभारी आशुतोष दुबे मुंगेली प्रभारी तथा विकास कुमार वर्मा बिलासपुर प्रभारी द्वारा निरीक्षण कर अपेक्षित सहयोग प्रदान किया गया।

बुनियादी स्तर पर शिक्षा को दुरुस्त करने का लक्ष्य
गौरतलब है कि नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत एफएलएन प्रशिक्षण बुनियादी स्तर पर शिक्षा को दुरुस्त करने के साथ ही वर्तमान परिप्रेक्ष्य में छात्रों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए लक्ष्य निर्धारित कर बनाया गया कार्यक्रम है। शिक्षा विभाग द्वारा इसे एक बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है जो बुनियादी शिक्षा में व्यापक बदलाव लेकर आएगा।