बीईओ कार्यालय गौरेला में लगाए गए शिविर में 378 शिक्षकों की सेवा पुस्तिका के द्वितीय प्रति का किया गया संधारण…,शिक्षकों ने की शिविर की सराहना…

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/31 मई 2024) :
गौरेला ब्लाक के शिक्षकों की सेवा पुस्तिका के संधारण के लिए आयोजित किए गए 20 मई से 28 तक 6 दिवसीय मेगा शिविर में आयोजन बीईओ कार्यालय गौरेला में 378 शिक्षकों की सेवा पुस्तिका की द्वितीय प्रति का संधारण किया गया। इस शिविर की शिक्षकों ने सराहना की है क्योंकि बहुत से शिक्षक ऐसे भी थे जिन्होंने अपनी सेवा पुस्तिका के द्वितीय प्रति का संधारण एक बार भी नहीं कराया था वहीं बहुत से शिक्षक ऐसे भी थे जिन्होंने अपनी सेवा पुस्तिका के द्वितीय प्रति का संधारण कई वर्षों से नहीं कराया था।

बता दें कि सेवा पुस्तिका के द्वितीय प्रति का भी कर्मचारियों के लिए उतना ही महत्व होता है जितना की प्रथम प्रति का होता है। सेवा पुस्तिका का प्रथम प्रति कार्यालय में जमा रहता है जिसका संधारण नियमित रूप से सम्बन्धित शाखा प्रभारी कर्मचारी के द्वारा किया जाता है लेकिन द्वितीय प्रति का संधारण तभी हो सकता है जब कर्मचारी उसे कार्यालय में लेकर आता है। इसलिए शिविर के माध्यम से सेवा पुस्तिका संधारण किए जाने से शिक्षकों को राहत मिली है।

गौरेला ब्लॉक के बीईओ डॉक्टर संजीव शुक्ला ने ब्लॉक के सभी मिडिल स्कूल एवं प्राइमरी स्कूल के सभी प्रधान पाठक, शिक्षक और सहायक शिक्षक को पत्र जारी कर 20 मई से 28 तक 6 दिवसीय मेगा शिविर का आयोजन बीईओ कार्यालय गौरेला में किया था।

बीईओ डॉक्टर संजीव शुक्ला ने बताया कि शिविर में 20 मई दिन सोमवार को संकुल धनौली, झगड़ाखांड, केंवची, नेवसा एवं कछारपारा, 21 मई दिन मंगलवार को चुकतीपानी, लालपुर, तरईगांव, देवरगांव एवं बेलपत, 22 मई दिन बुधवार को टीकरकला, मिश्रीदेवी, गौरेला, कोरजा एवं बाबाटोला, 24 मई दिन शुक्रवार को उमरखोही, जोगीसार, खोडरी, गौरखेड़ा, अंधियारखोह,  27 मई दिन सोमवार को कोटमीखुर्द, बगरा, बस्ती, सेमरा एवं डुमरिहा और 28 मई को मंगलवार को हर्राटोला, पकरिया, सधवानी, नेवरी एवं ललाती संकुल के शिक्षकों की सेवा पुस्तिका का संधारण किया गया था।

बीईओ डॉक्टर संजीव शुक्ला ने शिविर में शिक्षकों की सेवा पुस्तिका संधारण के लिए प्रत्येक दिवस संबंधित संकुल के 10 शिक्षक एवं 5 सीएससी की ड्यूटी लगाई गई थी, जिसके कारण सेवा पुस्तिका संधारण कार्य सुलभता से सम्पन्न हुआ।