पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी की चौथी पुण्य तिथि पर सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया….,श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुए वक्ताओं ने कहा राजनीतिक विरोधी भी अजीत जोगी के प्रशंसक बन जाते थे…,श्रृद्धांजलि सभा में अजीत जोगी को याद कर सभी की आंखें नम हो गईं…

जरूरतमंद की मदद के लिए हवाई जहाज रुकवा देते थे स्व. जोगी, हर तरह की मदद देने वाले का नाम था स्व. अजीत जोगी – मथुरा सोनी

स्व. जोगी में मानवीय गुण भी कूट कूट कर भरा था, उसी गुण के कारण मैं जिंदा हूं – रामनिवास तिवारी

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/29 मई 2024) :
छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री स्व अजीत जोगी की  4थी पुण्य तिथि बुधवार को पेण्ड्रारोड में मनाई गई। इस दौरान सर्व धर्म प्रार्थना सभा और भजन संध्या का आयोजन किया गया। 29 मई 2020 को उनका निधन हुआ था। 9 मई 2020 को गंगा इमली का बीज उनके गले में अटकने से उनका सांस रुकने के कारण वो 20 दिन कोमा में थे, जिसके कारण उनका निधन हो गया था।

सर्व धर्म प्रार्थना सभा में स्व अजीत जोगी को याद करते हुए वक्ताओं ने बताया कि विलक्षण प्रतिभा के धनी रहे अजीत जोगी के बारे में कहा जाता है कि “अजीत जोगी जैसा न भूतो न भविष्यति।” अजीत जोगी को याद करते हुए वक्ताओं ने उन्हें अपराजेय योद्धा बताते हुए कहा कि अजीत जोगी के राजनीतिक विरोधी भी उनके प्रशंसक बन जाते थे।

वक्ताओं ने अजीत जोगी को सपनों का सौदागर बताते हुए कहा कि जोगी ने छत्तीसगढ़ को बहुत करीब से देखा और समझा था। वो कहते थे कि यहां की धरती में अकूत खनिज संपदा कोयला, लौह अयस्क, बाक्साईड, हीरा, सोना होने के बावजूद यहां “अमीर धरती गरीब लोग” का विरोधाभास है। जोगी इस विरोधाभास को दूर करना चाहते थे।

वक्ताओं ने बताया कि अजीत जोगी के नहीं रहने से सबसे ज्यादा नुकसान गरीब मजदूर वर्ग के साथ ही सभी वर्ग को हुआ है, क्योंकि अजीत जोगी ऐसे नेता थे जो किसी भी व्यक्ति से उसकी राजनीतिक पार्टी पूछे बगैर मदद किया करते थे। श्रृद्धांजलि सभा में अजीत जोगी को याद कर सभी की आंखें नम हो गईं।

वक्ताओं ने बताया कि स्व. अजीत जोगी की पहुंच और पकड़ भारत देश के कोने कोने तक था। लोकप्रिय नेता होने के साथ ही वो सीनियर आईएएस आईपीएस अफसर थे, इसलिए देशभर के आईएएस आईपीएस अफसर उनका बहुत सम्मान करते थे, जिसका बहुत लाभ जोगी के माध्यम से लोगों को मिलता था। भारत देश के किसी भी कोने में मदद पहुंचाने की जो क्षमता अजीत जोगी में थी वो किसी और नेता में नहीं थी। इसलिए दूसरे राज्यों में काम करने वाले छत्तीसगढ़िया मजदूर जोगी का मोबाइल नंबर अपने पास रखते थे। देश के किसी भी गांव और शहर में यदि किसी छत्तीसगढ़िया मजदूर को बंधक बना लिया जाता था और वो मजदूर जोगी से मदद मांगता था तो जोगीजी उस मजदूर का नाम पता अपने स्टाफ को लिखवाने के बाद उस मजदूर को छुड़ाने के लिए सम्बन्धित जिले के कलेक्टर या एसपी को फोन करके तत्काल मजदूर को छुड़ाने के साथ ही उसका पूरा मजदूरी भुगतान भी करवा दिया करते थे। इस तरह से हजारों मजदूरों को जोगी की मदद मिल जाती थी।

सर्वधर्म प्रार्थना सभा में मुख्य रूप से स्वर्गीय अजीत जोगी की पत्नी पूर्व विधायक डॉ रेणु जोगी, उनके पुत्र पूर्व विधायक अमित जोगी, रिचा जोगी, मास्टर अयान जोगी, अनिल टाह, रामनिवास तिवारी, ओम प्रकाश जायसवाल, अशोक नगाइच, जुबेर अहमद गाटर, अरुणा गणेश जायसवाल, ज्ञानेंद्र उपाध्याय, अशोक शर्मा, मोहम्मद नफीस, कल्लू राजपूत, मथुरा सोनी, ओमप्रकाश बंका, एसएन तिवारी, पवन सुल्तानिया, नगर पंचायत पेण्ड्रा के अध्यक्ष राकेश जालान, बृजलाल सिंह राठौर,महेंद्र सोनी, निर्माण जायसवाल, आशीष रमेश केसरी, राजा उपेंद्र बहादुर सिंह, सुनील गुप्ता, राम शंकर राय, संदीप जायसवाल, सुखसागर सिंह पैकरा, अजय जायसवाल, संतोष साहू, बालकृष्ण अग्रवाल, सरदार मंजीत सिंह, अतुल आर्थर, राजकुमार रजक, धनराज नामदेव, भल्लू सोनी, उमेश अग्रवाल, मंगलेश्वर चक्रधारी, आफाज नियाजी, उदय गुप्ता, समीर आइच, कुकू साठे, अमित पाठक, तापस शर्मा, नितेश साहू, दयाराम पाव, विनय चौबे इत्यादि सहित प्रदेश भर से लोग जोगी को श्रृद्धांजलि देने पहुंचे थे।

जरूरतमंद की मदद के लिए हवाई जहाज रुकवा देते थे स्व. जोगी, हर तरह की मदद देने वाले का नाम था स्व. अजीत जोगी – मथुरा सोनी

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी मथुरा सोनी ने अपने संस्मरण सुनाते हुए कहा कि उन्होंने वो दौर भी देखा है जब स्व अजीत जोगी जरूरतमंद की मदद के लिए हवाई जहाज रुकवा देते थे। उन्होंने बताया कि स्व जोगी से लोगों को हर तरह की और हर स्तर की मदद मिलती थी। उन्होंने बताया कि एकबार ट्रेन में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेई के साथ सफर के दौरान जब उन्होंने बताया कि स्व. अजीत जोगी के गांव से हैं, तो अटलजी काफी प्रभावित हुए थे, क्योंकि अटलजी से स्व. जोगीजी के व्यक्तिगत सम्बन्ध थे। मथुरा सोनी ने कहा कि स्व. जोगी के विषय में बताने को इतना है कि बताते बताते पूरी रात बीत जाएगी लेकिन उनसे जुड़े संस्मरण खत्म नहीं होंगे।

स्व. जोगी में मानवीय गुण भी कूट कूट कर भरा था, उसी गुण के कारण मैं जिंदा हूं – रामनिवास तिवारी

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के अध्यक्ष रामनिवास तिवारी ने बताया कि वो आज स्व. अजीत जोगी की मानवीय गुण के कारण जीवित हैं। उन्होंने बताया कि एक बार भाषण देते देते जब उनकी सांस भरने लगी तो स्व. जोगी को आभाष हो गया कि उन्हें दिल की बीमारी है। राम निवास तिवारी ने बताया कि उसके बाद उन्हें स्व. जोगी ने रायपुर बुलाया और हृदय रोग विशेषज्ञ से उनका जांच कराया तो उनकी आशंका सही साबित हुई। जिसके बाद उनका इलाज कराया गया जिसकी बदौलत वो आज जिंदा हैं।

14 साल लगातार कलेक्टर रहने का रिकार्ड कायम है अजीत जोगी का

मिशन स्कूल गौरेला के बाद मल्टी परपज हायर सेकेण्डरी स्कूल पेण्ड्रा से मैट्रिक की पढ़ाई कर एमएसीटी कालेज भोपाल से इंजीनियर (गोल्ड मेडलिस्ट) रहे जोगी प्रोफेसर, आईपीएस, आईएएस, एलएलबी और छत्तीसगढ़ के पहले सीएम रहे। 14 साल लगातार कलेक्टर रहने का रिकार्ड भी अजीत जोगी के नाम है।