धान का उठाव नहीं होने से जिले के खरीदी केन्द्रों में सवा 3 लाख क्विंटल धान जाम…,समितियों में धान के बोरियों की छलनी पहाड़ जैसे ऊंचे हुए…,शासन द्वारा निर्धारित बफर लिमिट से ज्यादा मात्रा में हुआ धान का स्टॉक…,किसान के साथ ही समिति प्रबंधक हो रहे परेशान…,बारिश होने पर शासन को होगा करोड़ों रुपए का नुकसान…

धान का उठाव नहीं होने से जिले के खरीदी केन्द्रों में सवा 3 लाख क्विंटल धान जाम…,समितियों में धान के बोरियों की छलनी पहाड़ जैसे ऊंचे हुए…,शासन द्वारा निर्धारित बफर लिमिट से ज्यादा मात्रा में हुआ धान का स्टॉक…,किसान के साथ ही समिति प्रबंधक हो रहे परेशान…,बारिश होने पर शासन को होगा करोड़ों रुपए का नुकसान…

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (CG MP TIMES/09 दिसम्बर 2024) :
राइस मिलर्स से शासन का अनुबंध नहीं होने के कारण जीपीएम जिले के धान खरीदी केन्द्रों में सोमवार तक सवा 3 लाख क्विंटल से भी ज्यादा धान जाम हो गया है। शासन द्वारा निर्धारित बफर लिमिट से ज्यादा मात्रा में हुआ धान का स्टॉक समितियों में हो गया है। दिन प्रतिदिन जगह की कमी होने से धान बेचने आने वाले किसानों को खरीदी केन्द्रों में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। किसान के साथ ही समिति प्रबंधक भी परेशान हो रहे हैं। वहीं यदि तेज बारिश हुई तो धान गीला होकर सड़ जाएगा, जिससे कि जीपीएम जिले में ही शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान होगा।

बता दें कि जीपीएम जिले के समस्त खरीदी केन्द्रों में 6 दिसम्बर शुक्रवार तक 3 लाख 15 हजार 982 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी थी। सोमवार को धान खरीदी में हजारों क्विंटल की वृद्धि हो गई है। इतने बड़े पैमाने पर खरीदी के साथ ही किसानों और खरीदी केंद्र प्रभारियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती धान उठाव की है। क्योंकि इस वर्ष राइस मिलर्स से शासन का अनुबंध नहीं हो पाने के कारण किसी भी समिति से धान का उठाव नहीं हो पाया है।

अधिकांश उपार्जन केन्द्रों में शासन प्रशासन द्वारा निर्धारित बफर लिमिट से ज्यादा मात्रा में धान का स्टॉक हो गया है, जो कि धान विक्रय करने आने वाले किसानों के लिए भी समस्या का कारण बन गया है, क्योंकि किसानों को खरीदी केन्द्रों में ट्रैक्टर ट्राली लगाने में भी भारी दिक्कत होने लगी है।

धान खरीदी केन्द्रों में धान के बोरियों की छलनिया लगी हुई हैं। धान की छलनी सभी समितियों में पहाड़ जैसे ऊंचे होते जा रहे हैं। समिति के हमालों को भी बोरियों को ऊंचाई पर उठाकर रखने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

बफर लिमिट से बहुत ज्यादा मात्रा में धान का स्टॉक होने से परेशानियां बढ़ती जा रही हैं – नोडल अधिकारी विनय साहू

इस सम्बन्ध में जीपीएम जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी विनय साहू ने बताया कि धान उठाव नहीं होने के कारण खरीदी केंद्रों में जाम की स्थिति निर्मित होने से किसानों को अपने धान को फड़ में तौलाई कराने में परेशानी हो रही है। समिति प्रबंधकों को धान की सुरक्षा को लेकर चिंता है। इतनी बड़ी मात्रा में धान एकत्रित हो गया है कि मौसम बदलने पर सभी धान की सुरक्षा करना बहुत ही चुनौती पूर्ण हो गया है।