डीईओ की मति मारी गई : अपार आईडी बनाने के लिए दाखिल खारिज में संशोधन का आदेश दे दिया…,शिक्षकों ने आदेश को विधि विरुद्ध बताया, क्योंकि दाखिल खारिज रजिस्टर अपरिवर्तनीय दस्तावेज…
रायपुर (CG MP TIMES/12 दिसम्बर 2024) :
अपार आईडी बनाने के लिए डीईओ ने छात्रों के सबसे विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय आईडी (दाखिल खारिज) रजिस्टर में संशोधन के आदेश दे दिए हैं। डीईओ के इस तरह के आदेश को पढ़कर शिक्षकों का सिर चकरा गया है।
मामला बलरामपुर-रामानुजगंज जिले का है। इस समय छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में बच्चों का डाटा संकलन के लिए अपार आई. डी .बनाया जा रहा है, जिसके लिए शिक्षा विभाग युद्ध स्तर पर जुटा हुआ है। इसके लिए अलग अलग निर्देश जारी हो रहे हैं, यही नहीं शिक्षकों प्रधानपाठकों को समय पर कार्य नहीं होने के चलते नोटिस भी जारी हो रहा है।
कई जगह वेतन रोकने की कार्यवाही भी हो रही है। इसी बीच बलरामपुर रामानुजगंज जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा जारी आदेश क्रमांक/548/समग्र–अपार/2024 दिनांक 10.12.24 के अनुसार शिक्षकों को आदेश दिया गया है कि आधार कार्ड में दर्ज नाम, जन्म तिथि के आधार पर दाखिल खारिज रजिस्टर में संशोधन करके अपार आईडी बनाने का कार्य पूर्ण करें।
बता दें कि डीईओ का यह आदेश नियम विरूद्ध है। कोई भी दाखिल खारिज रजिस्टर में संशोधन नहीं कर सकता। क्योंकि जन्मतिथि दाखिल खारिज पंजी में जानकारी एक ही बार दर्ज होती जो कि अपरिवर्तनीय है।
क्या होना चाहिए अपार आईडी बनाने के ऐसे मामलों में –
अपार आईडी बनाने में लगभग 20 से लेकर 50% बच्चों के मामले में एक समस्या आ रही है कि दाखिल खारिज रजिस्टर और आधार कार्ड में नाम या जन्म तिथि या जाति या पिता का नाम या नाम के साथ जाति इत्यादि में अंतर है।
ऐसे मामलों में शासन प्रशासन को यह करना चाहिए कि संबंधित बच्चे का जन्म प्रमाणपत्र में डिजिटल सुधार करवाकर उसे दाखिल खारिज रजिस्टर में दर्ज पहचान की तरह कराए। उसके बाद उस डिजिटल जन्म प्रमाणपत्र के आधार पर आधार कार्ड में सुधार कराए। जब आधार कार्ड पहचान दाखिल खारिज रजिस्टर में दर्ज नाम, जन्म तिथि, जाति के अनुसार हो जाए तो फिर अपार आईडी बनाने का काम पूर्ण करे।
क्या है अपार आई डी ?
केंद्र सरकार की one nation one student स्कीम के तहत के तहत बनाई जा रही छात्रों की यूनिक आइडेंटिटी नंबर है जिसमें उनको 12 अंकों का एक कोड नंबर दिया जाएगा। यह छात्रों के एकेडमिक और शैक्षणिक डाटा को स्टोर करेगा। इसमें छात्रों की पूरी शैक्षिक कुंडली होगी। इसे स्कूलों के द्वारा तैयार किया जाएगा।