जीपीएम एसपी भावना गुप्ता की पहल : रूबरू कार्यक्रम का 201 महिलाओं को मिला लाभ, खत्म हुआ तकरार-जुड़ा परिवार…,काउंसलिंग की आवश्यकता वाले पीड़ित परिवारों से एसपी ऑफिस का होता है सीधा संवाद…,त्वरित राहत पहुंचाने वर्चुअली जुड़ते हैं पीड़ित परिवार और पुलिस अधिकारी…

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/29 अप्रैल 2024) :
जीपीएम पुलिस ने रूबरू कार्यक्रम शुरु किया है। इसके तहत काउंसलिंग की आवश्यकता वाले पीड़ित परिवारों से एसपी ऑफिस से होगा सीधा संवाद स्थापित किया जाता है। पीड़ित महिलाओं की समस्या सुनना, काउंसलिंग उपलब्ध कराना और काउंसलिंग उपरांत दुबारा संवाद कर उनकी स्थिति जानने जीपीएम पुलिस द्वारा शुरू किये गए रूबरू अभियान से त्वरित राहत पहुंचाने और काउंसलिंग दिलाने आईटी के उपयोग से एसपी ऑफिस जीपीएम से पीड़ित परिवार और पुलिस अधिकारी वर्चुअली जुड़ते हैं। इससे अब तक कुल 201 महिलाओं को महिला अधिकारियों की काउंसलिंग का लाभ मिलने के बाद तकरार खत्म होने से परिवार जुड़े हैं।

परिवार जो समाज की एक मूलभूत ईकाई है इसे जोड़े रखने की दिशा में जीपीएम पुलिस द्वारा एक नई पहल शुरू की गई है जिसकी सूत्रधार जीपीएम पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता द्वारा के द्वारा जीपीएम महिला परामर्श केंद्र से काउंसलिंग के पश्चात पुनः साथ जुड़े दंपत्तियों की दुबारा एक समीक्षा अधिकारियों की मौजूदगी में करवाई जा रही है ताकि काउंसलिंग उपरांत उनके परिवार के पुनर्स्थापना की वास्तविकता समझी जा सके और काउंसलिंग के फायदे का आंकलन किया जा सके। इसी तारतम्य में आज जीपीएम पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता की अध्यक्षता में तथा एडिशनल एसपी ओम चंदेल डीएसपी मुख्यालय निकिता तिवारी की उपस्थिति में वर्ष 2022 से 2024 तक प्राप्त हुए आवेदनों पर विचार करते हुए पीड़ित महिलाओं और उनके परिवार से रूबरू होकर काउंसलिंग के पश्चात वैवाहिक जीवन में आए परिवर्तन के संबध में जानकारी ली गई।

अब तक कुल 497 शिकायतों के प्रकरण निराकृत किए गए हैं जिनमे से 201 मामलों में काउंसिलिंग के चलते परिवार में आपसी समझौता कराया गया जिनके परिवार अब खुशी और समन्वय से साथ रहते हैं तो वहीं 06 मामले ऐसे रहे जिनमे अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही की आवश्यकता पड़ी।

सोमवार को हुए वर्चुअल संवाद में पता चला कि जिन मामलों में काउन्सलिंग प्रभावी रही वे महिलाएं अपने पति और परिवार के साथ वर्तमान में शांतिपूर्ण जीवन यापन कर रहीं हैं। एसपी भावना द्वारा महिलाओं को घर में सामंजस्य स्थापित करने की बात कही गई। पुरूषों द्वारा महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा को लेकर सभी को सख्त कार्यवाही की चेतवानी दी गई और साथ ही शराब व नशे के सेवन से होने वाले शारीरिक एवं पारिवारिक नुकसान के बारे में भी समझाया गया।

आपसी कलह से बच्चों की मानसिक स्थिति पर होने वाले विपरीत असर और अच्छे पारिवारिक वातावरण का जीवन में महत्व के बारे में समझाया गया। अंत में अधिकारियों ने काउंसलिंग में जुड़े परिवारों को पुराने विवादों को भूलकर अच्छे पारिवारिक जीवन की दिशा में आगे बढ़ने, बच्चों की अच्छी परवरिश में ध्यान देने एवं सामंजस्य से जीवन यापन की सलाह दी गई।

वर्चुअल काउंसलिंग का यह कार्यक्रम लागातार जारी रहेगा और भविष्य में इसका विस्तार अन्य आपराधिक मामलों के पीड़ितों के लिए भी किया जाएगा।