जिनशासन नायक भगवान महावीर के जन्मकल्याणक महोत्सव पर गौरेला में निकाली गई शोभायात्रा…,जियो और जीने दो का दिया गया संदेश…   

गौरेला (छग एमपी टाइम्स/21 अप्रैल 2024) :
वर्तमान जिनशासन नायक जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के 2623वें जन्मकल्याणक महोत्सव के अवसर पर जैन मंदिर में विशेष पूजन अभिषेक किया गया एवं गौरेला नगर में शोभायात्रा निकाली गई।

जैन समाज गौरेला के वरिष्ठ सदस्य वेदचन्द जैन ने भगवान महावीर स्वामी के जन्मकल्याणक के संबंध में जानकारी देते हुये बताया कि ढाई हजार वर्ष से अधिक हो गये जब सिद्धार्थ त्रिसला नंदन ने कठोर तप कर केवल ज्ञान प्राप्त किया और हिंसा से दग्ध जगत को अनादि काल से प्रवाहमान जिनधर्म का संदेश देकर शांति, सहिष्णुता और समन्वय का पथ प्रशस्त किया। भगवान महावीर ने समझाया सभी प्राणियों की आत्मा समान है। संसार में सभी को निर्भय होकर जीने का अधिकार है। जिओ और जीने दो ही वो मंत्र है जिससे संसार में अहिंसा और शांति सह अस्तित्व की राह सुगम होगी और यही एकमात्र समाधान से संसार से विषमता दूर होगी। भगवान महावीर का यही संदेश जिन धर्मावलंबी शोभायात्रा के माध्यम से नगर नगर डगर डगर पहुंचाते हैं।
     
वेदचन्द जैन ने जानकारी दी कि गौरेला नगर में शोभायात्रा निकाल कर नगर भ्रमण किया। अपरान्ह में जैन मंदिर से शोभायात्रा आरंभ होकर अग्रसेन चौक होते हुये नगर के ह्रदयस्थल गांधी चौक, संजय चौक, मंगली बाजार, रेस्ट हाउस मार्ग, स्टेशन रोड होते हुये वापस जैन मंदिर में पूर्ण हुई। शोभायात्रा में पुरूष वर्ग स्वेत परिधान और महिलाएं पीले वस्त्र धारक किये हुये थी। शोभायात्रा में भगवान महावीर का गुणगान करते हुये जियो और जीने दो, शांति, अहिंसा का संदेश प्रसारित किया गया।