जामुन खा रहे भालुओं के झुण्ड ने पेड़ के नीचे शौच करने गए ग्रामीण पर किया हमला…,हमले में गंभीर रूप से घायल ग्रामीण की ईलाज के दौरान हुई मौत…

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/11 जुलाई 2024) :
जामुन के पेड़ के पास शौच करने गए ग्रामीण पर जामुन खा रहे भालुओं के झुण्ड ने हमला कर दिया। हमले में गम्भीर रूप से घायल हुए ग्रामीण को 108 संजीवनी एक्सप्रेस के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया जहां ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

घटना मरवाही वन परिक्षेत्र अन्तर्गत ग्राम लिटियासरई की है। ग्राम लटकोनीखुर्द का रहने वाला 53 वर्षीय बाबूलाल ओट्टी पिता सहदेव ओट्टी किसानी काम से बैल देखने के लिए ग्राम लिटियासरई गया हुआ था। रात हो जाने की वजह से वो अपने रिश्तेदार शिक्षक अर्जुन सिंह धुर्वे के घर पर रुक गया था।

रात में खाना खाने के बाद सभी रिश्तेदार बैठकर आपस में बात कर रहे थे। इसी दौरान रात लगभग 9.30 बजे बाबूलाल शौच करने जाने की बात कहकर घर से बाहर गया। लेकिन वह काफी देर तक वापस नहीं आया तो उसे लेकर रिश्तेदार भी चिंचित होने लगे थे। इस दौरान रात लगभग 10 बजे खून से लथपथ घायल अवस्था में बाबूलाल घर वापस पहुंचा और बताया कि जामुन के पेड़ के नीचे जामुन खा रहे भालुओं ने उसके ऊपर हमला कर दिया है।

इसके बाद रिश्तेदारों ने उसे 108 संजीवनी एक्सप्रेस की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरवाही में भर्ती कराया। जहां रात में इमरजेंसी ड्यूटी वाले डॉक्टर को सूचना देने के बावजूद घायल का ईलाज करने लापरवाह और गैर जिम्मेदार डॉक्टर अस्पताल नहीं पहुंचे। वहीं रात ड्यूटी कर रहे ड्रेसर ने घायल को दर्द एवं बेहोशी का इंजेक्शन लगाने के बाद रात 11 बजे से लेकर रात 3 बजे तक घायल को टांका एवं पट्टी लगाया। चूंकि भालुओं के हमले से घायल के सिर, गर्दन और कान के साथ ही पूरे शरीर में अत्यधिक चोट लगा हुआ था और भालुओं द्वारा मांस नोंच लिया गया था इसलिए ईलाज के दौरान तड़के 4 बजे घायल बाबूलाल की मौत हो गई।

घटना की सूचना मिलने के बाद वन विभाग मरवाही के द्वारा तात्कालिक सहायता के रुप में मृतक के परिजनों को 25 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी गई है। जंगली जानवरों के हमले से मृतक के आश्रित को 6 लाख रुपए मुआवजा देने का प्रावधान है। मृतक के आश्रित को 5.75 लाख रुपए मुआवजा जल्द देने का आश्वासन वन विभाग ने दिया है।