रायपुर (छग एमपी टाइम्स/15 जनवरी 2024):
छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस की प्रांतीय बैठक 14 जनवरी को रायपुर में प्रदेश अध्यक्ष अनिल शुक्ला की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में समस्त संवर्ग के शिक्षकों एवं शिक्षण व्यवस्था से संबंधित विभिन्न समस्याओं पर चर्चा करके सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 10 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव एवं संचालक लोक शिक्षण को सौंपकर मांगों के निराकरण का आग्रह किया जाएगा, 10 सूत्रीय मांगों में प्रमुख रुप से:-
1-शिक्षा की गुणवत्ता हेतु पुनः पांचवी एवं आठवीं बोर्ड परीक्षा प्रणाली लागू किया जाए।
2-राज्य स्तर पर प्रभारी व्यवस्था को खत्म करने के लिए संयुक्त संचालक, उप संचालक, प्राचार्य, पद की पदोन्नति हेतु समयबद्ध कार्यक्रम बनाया जाय।
3- एलबी संवर्ग के समस्त शिक्षको की प्रथम नियुक्ति से सेवा की गणना कर क्रमोन्नति/समयमान वेतनमान का लाभ दिया जाय।
4- नियमित सहायक शिक्षक को तृतीय क्रमोन्नति का लाभ दिया जाय।
5- एक पाली में लगने वाली शाला का समय पूरे प्रदेश में एक रुपता के साथ 10:30 से 4:30 तक किया जाय।
6- स्कूल शिक्षा विभाग में विगत 20 वर्षो से भृत्य पदों की रूकी हुई भर्ती को तत्काल प्रारंभ किया जाय।
7- मध्य शिक्षा सत्र में सेवा निवृत होने वाले शिक्षिको को सत्रांत तक लाभ यथावत जारी रखा जाय।
8- हिंदी माध्यम की आत्मानंद स्कूल को बंद किया जाय एवं अंग्रेजी माध्यम की आत्मानंद शाला का संचालन कमेटी की जगह शासन द्वारा किया कर प्रतिनियुक्ति की व्यवस्था समाप्त किया जाय।
9- शिक्षको के गोपनीय चरित्रावली का फार्मेट पूर्व की तरह दो पेज का रखा जाय।
10- सेवा निवृत हो रहे प्राचार्यों की ना जांच ना मांग जारी करने का अधिकार संचालक लोक शिक्षण को दिया जाय।

साथ ही यह प्रस्ताव भी पारित किया गया कि उपरोक्त मांगों को पूर्ण कराने हेतु शिक्षकों के समस्त संगठनों का एक संयुक्त फोरम बनाने हेतु राजधानी में बैठक आयोजित किया जाएगा।
