छत्तीसगढ़ में मृत एलबी शिक्षक की पत्नी को मिलने लगा पुरानी पेंशन योजना का भुगतान….शासकीय कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ मिलना हुआ शुरु…,सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक दुबे का प्रयास हुआ सफल…. लेकिन 2028 से पहले रिटायर होने वाले एलबी शिक्षक को नहीं मिलेगा पुराना…., पढ़िए क्या है तकनीकी दिक्कत….

रायपुर।बिलासपुर (02 मार्च 2024) :
पुरानी पेंशन योजना के लाभ का राह तक रहे छत्तीसगढ़ राज्य के शासकीय कर्मचारियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है कि पुरानी पेंशन योजना का विकल्प का चयन करने वाले मृत एलबी संवर्ग शिक्षक की पत्नी को उनके आवेदन पर 10800 रूपये मासिक पेंशन भुगतान के लिए पीपीओ जारी हो गया है। बता दें कि पुरानी पेंशन योजना में सेवा के दौरान मृत कर्मचारी की सेवा अवधि की गणना को शिथिल करके आश्रितों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने का नियम है, इसलिए यह खबर मृतक शिक्षक के आश्रितों के लिए राहत देने वाला है लेकिन एलबी संवर्ग के उन शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ फिलहाल नहीं मिलेगा जो 10 वर्ष की सेवा पूर्ण किए बिना जीवित रहते हुए रिटायर होंगे। इसलिए वर्तमान नियमानुसार पुरानी पेंशन योजना का लाभ 2028 से पहले रिटायर होने वाले एलबी संवर्ग शिक्षकों को नहीं मिलेगा, जिसके लिए एलबी शिक्षकों को अभी लंबी लड़ाई लड़नी पड़ सकती है।

उल्लेखनीय है कि 1 अप्रैल 2022 से छत्तीसगढ़ राज्य में पुरानी पेंशन योजना बहाल की गई थी जिसका लाभ मृत एलबी शिक्षकों के आश्रितों को नहीं मिल रहा था। इस संबंध में सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक दुबे ने बजट सत्र के दौरान वित्त मंत्री ओपी चौधरी से मुलाकात कर उन्हें 80 ऐसे कर्मचारियों की सूची सौंपी थी जिनके परिजन शासकीय कर्मचारी थे और जिनकी मृत्यु हो चुकी है और जिन्होंने पुरानी पेंशन का विकल्प चुना था, लेकिन प्रक्रिया में देरी होने के कारण उन्हें लाभ नहीं मिल रहा था।

विवेक दुबे ने आज पीपीओ आदेश शेयर करते हुए यह जानकारी दी है कि प्रदेश में शासकीय कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना अब धरातल पर आ चुकी है।

स्कूल शिक्षा विभाग के एक एलबी संवर्ग शिक्षक तुकाराम क्षेत्रपाल का संविलियन 1 जुलाई 2018 को हुआ था और उनकी मृत्यु 2022 में हो गई थी। इसके बाद उनकी पत्नी ने पुराने पेंशन विकल्प का चयन कर आवेदन जमा किया था। अब उनके आवेदन पर पीपीओ जारी होते हुए उन्हें पेंशन का भुगतान शुरू हो गया है। तुकाराम क्षेत्रपाल का मासिक वेतन मृत्यु के समय 36200 रूपये था। अब उनकी पत्नी संध्या क्षेत्रपाल को पेंशन के तौर पर 10800 रूपये मिलना शुरू हो चुका है।

पुरानी पेंशन योजना का लाभ कर्मचारी परिवारों को मिलने की है खुशी – विवेक दुबे
सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक विवेक दुबे ने कहा कि “हमें इस बात की बड़ी खुशी है कि कुछ देर से ही सही लेकिन पुरानी पेंशन योजना धरातल पर आ चुकी है और अब यह तय हो चुका है कि छत्तीसगढ़ में 2004 के बाद नियुक्त हुए कर्मचारियों के लिए भी पुरानी पेंशन योजना लागू हो चुकी है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा ऐसे ही प्रकरणों की सूची वित्त मंत्री को भी सौंपी है ताकि उनमें भी कार्रवाई हो सके। अब हमारा अगला प्रयास शिक्षाकर्मी से शिक्षक बने साथियों के पूर्व सेवा गणना की रहेगी ताकि जो साथी 10 साल से पहले रिटायर हो रहे हैं, उन्हें भी पेंशन का लाभ मिल सके। वर्तमान में मृत कर्मचारियों के परिजन को तो लाभ मिलेगा लेकिन जो कर्मचारी जीवित रहते हुए रिटायर हो जाएंगे और जिनकी कुल सेवा अवधि संविलियन उपरांत 10 साल से कम रहेगी उन्हें पुरानी पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा जो की विडंबना है।”