छत्तीसगढ़ में मरवाही के जंगल में दिखा दुर्लभ जीव यूरेशियन ओर्टर, नाइट विजन कैमरे में हुआ कैद, ओर्टर पानी में खाने की तलाश करते हैं और शिकार करते हैं……ट्रैप कैमरे में हनी बैजर और जंगल कैट भी उसी जगह नजर आए……मरवाही वन मण्डल के डीएफओ शशिकुमार ने बताया कि यहां के जंगल में पहली बार दिखा है यूरेशियन ओर्टर…..

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/17 फरवरी 2024) :
छत्तीसगढ़ के मरवाही वन मण्डल को भालू लैंड के नाम से जाना जाता है, लेकिन यहां ऐसा जीव भी नजर आया है जो इस इलाके में पहली कभी नहीं देखा गया था। मरवाही के जंगल में नजर आया है यूरेशियन ओर्टर जिसे हिंदी में ऊदबिलाव कहा जाता है। यह छत्तीसगढ़ में दूसरी बार दिखा है। इसका मरवाही में पाया जाना चौंकाने वाला है। यूरेशियन ओर्टर का मिलना इस बात को बताता है कि इस क्षेत्र की जैव विविधता कितनी है। इसे जीपीएम जिले के मरवाही वन परिक्षेत्र के नाका जंगल के ताराखर्रा में देखा गया है।

यूरेशियन ओर्टर का वीडियो नाइट विजन ट्रैप कैमरे में कैद हुआ है। इसमें साफतौर पर दिखाई दे रहा कि सुखाड़ नदी में चट्टान पर यूरेशियन ओर्टर चढ़ रहा है, फिर पानी में वापस चला जाता है। ओर्टर इससे पहले छत्तीसगढ़ के कोरबा में नजर आया था. ये लुप्तप्राय श्रेणी का जीव है। एशिया के कई हिस्सों में और उत्तरी अफ्रीका के कुछ हिस्सों में ओर्टर पाया जाता है।

यूरेशियन ऊदबिलाव का आहार मुख्य रूप से मछली है। यह कुछ हिस्सों में लुप्तप्राय है। इसे पाकिस्तान, भारत, बांग्लादेश, म्यांमार और थाईलैंड में लुप्तप्राय और मंगोलिया में गंभीर रूप से लुप्तप्राय जीव के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। हालांकि ये पानी में शिकार करते हैं और खाने की तलाश करते हैं। यूरेशियाई ऊदबिलावों के घोंसले या मांद जमीन पर होते हैं। ये मांद अक्सर चट्टानी तटबंधों, पेड़ों की खोहों, मिट्टी की सुरंगों और झाड़ियों में पाए जाते हैं। यूरेशियन ऊदबिलाव इन मांदों का उपयोग आराम करने, सोने, बच्चे पैदा करने और धूप सेंकने के लिए करते हैं। इसके साथ ही ट्रैप कैमरे में हनी बैजर और जंगल कैट भी उसी जगह नजर आया।

मरवाही वन मण्डल में पहली बार दिखा है यूरेशियन ओर्टर – डीएफओ शशिकुमार
मरवाही वनमंडल के डीएफओ शशिकुमार ने बताया कि मरवाही के ताराखर्रा में ट्रैप कैमरे में यूरेशियन ओर्टर को देखा गया जो यहां के लिए नया है। यह मरवाही में पहली बार ये नजर आया है। प्रकृति प्रेमी और गुरुघासीदास विश्वविद्यालय में वानिकी की छात्रा स्वभा सोनी ने बताया कि ये एक लुप्तप्राय जीव है और छत्तीसगढ़ में इससे पहले कोरबा में देखा गया है। ये दूसरी बार मरवाही में नजर आया है।

ट्रैप कैमरे में हनी बैजर और जंगल कैट भी उसी जगह नजर
मरवाही वनमंडल के मरवाही के ताराखर्रा में ट्रैप कैमरे में हनी बैजर और जंगली बिल्ली नजर आए हैं। इससे यह बात सामने आई है कि मरवाही वन मण्डल विविधताओं से भरा हुआ है।

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