
पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (CG MP TIMES/02 अक्टूबर 2024) :
जीपीएम जिले के बार्डर पर मरवाही वन परिक्षेत्र के उसाड़ गांव से लगे मनेंद्रगढ़ वन मण्डल के नेवरी के जंगल में अपनी जान बचाने के लिए चरवाहे ने भालू के सिर पर कुल्हाड़ी से जो वार किया था, उससे भालू का सिर फट गया था, जिससे भालू का कानन पेंडारी में ईलाज के दौरान मौत हो गया है। भालू के हमले में चरवाहे ने भी अपनी जान गंवा दी थी, लेकिन चरवाहे के संघर्ष को इसी बात से समझा जा सकता है कि मरने के बावजूद चरवाहे के हाथ से टंगिया नहीं छूटा था।
बता दें कि जीपीएम जिले के बार्डर में उसाड़ गांव में दो लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद उस भालू ने उसाड़ से लगे हुए एमसीबी जिले के नेवरी गांव में एक चरवाहे पर हमला किया था। चरवाहा अपने साथ टंगिया रखा था इसलिए उसने भालू से डटकर मुकाबला किया और भालू के सिर सहित शरीर में 4 स्थानों पर टंगिया से गम्भीर चोट पहुंचाया था, जिससे भालू भी घायल हो गया था, वहीं चरवाहे की भी जान चली गई थी।
3 लोगों की मौत के बाद भालू को कानन पेंडारी से पहुंचे वन विभाग की टीम ने ग्राम उसाड़ के डोंगरीटोला में बेहोश करके रविवार की शाम 4 बजे पकड़कर पिंजरे में बंद कर दिया था और उसे कानन पेंडारी ले गए थे। जहां भालू ने इलाज के दौरान 30 सितम्बर की रात्रि में दम तोड़ दिया। भालू की मौत का कारण चरवाहे के टंगिया से सिर पर लगे गम्भीर चोट को बताया गया है।