पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (CG MP TIMES/26 जुलाई 2024) :
जीपीएम जिला कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने स्कूलों के निरीक्षण में जब ब्लैक बोर्ड पर लिखकर छात्रों से पढ़ाना शुरू किया तो शिक्षकों के हाथ पांव फूलने लगे। दरअसल कलेक्टर अध्ययन और अध्यापन स्तर का परीक्षण कर रहीं थीं। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों को बेसिक ज्ञान और कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश शिक्षकों को दिए।

कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने गौरेला विकासखंड के झगराखांड और धनौली के प्राइमरी, मिडिल, हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल का आकस्मिक निरीक्षण कर शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति, स्कूलों का संचालन व्यवस्था तथा अध्ययन-अध्यापन के स्तर की जांच की। उन्होंने पहली से बारहवी कक्षा के सभी क्लास रूम में बारी-बारी से जाकर क्लास में चल रहे अध्यापन गतिविधियों की जानकारी ली।

उन्होंने कक्षा के अनुरूप हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, सामाजिक विज्ञान, संस्कृत आदि विषयों में बच्चों से सवाल-जवाब कर उनके बौद्धिक स्तर की परख की। उन्होंने प्रायमरी एवं मिडिल स्कूल के बच्चों से पुस्तक पढ़वाकर उनके बौद्धिक ज्ञान की जांच की। उन्होंने विभिन्न कक्षाओं में स्वयं ब्लैक बोर्ड पर संस्कृत के धातु रूप, अंग्रेजी ग्रामर, गणित आदि विषयों में प्रायोगिक तौर पर बच्चों को पढ़ाया और उनका ज्ञान वर्धन भी किया।

कलेक्टर ने शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला झगराखांड में कक्षा 6वीं के बच्चों से गणित, 7वीं कक्षा के बच्चों से हिन्दी-अंग्रेजी और 8वीं कक्षा के बच्चों से सामाजिक विज्ञान विषय के सवाल पूछकर उनके बौद्धिक स्तर की परख की। शासकीय प्राथमिक शाला झगराखांड के बच्चों का संख्यात्मक ज्ञान कमजोर होने पर संबंधित शिक्षक को पढ़ाई लिखाई के स्तर में सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षकों की उपस्थिति पंजी, बच्चों की कुल दर्ज संख्या एवं उपस्थिति की जानकारी ली।
कलेक्टर ने शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला धनौली में अध्ययनरत कक्षा 6वीं के बच्चों से ग्रह, उपग्रह, पर्यावरण, सातवी कक्षा के बच्चों से हिन्दी एवं 8वीं के बच्चों से संस्कृत के धातु रूप का अध्ययन कराया। उन्होंने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी एवं हिन्दी माध्यम विद्यालय धनौली में कक्षा तीसरी एवं चौथी के बच्चों के क्लास रूम में चल रहे अध्यापन का जायजा लिया। उन्होंने तीसरी कक्षा के बच्चों से उनके पुस्तक में छपे चित्र दिखाकर विभिन्न फल, फूल, पक्षी आदि के अंग्रेजी नाम पूछकर उनके ज्ञान की परख की। उन्होंने कक्षा 11वीं के बच्चों से अंग्रेजी ग्रामर, 12वीं कक्षा के बच्चों से कैशबुक एवं बायोलॉजी प्रयोगशाला में अध्ययनरत विद्यार्थियों के बीच जाकर उनके पढ़ाई-लिखाई के स्तर की जांच की। कलेक्टर ने सभी विद्यार्थियों को नियमित रूप से स्कूल आने, निरंतर अभ्यास करने और पढ़ने की आदत डालने की समझाइस दी। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर नम्रता आंनद डोंगरे एवं परियोजना निदेशक डीआरडीए कौशल प्रसाद तेंदुलकर भी उपस्थित थे।