रायपुर। (छग एमपी।टाइम्स/20 फरवरी 2024) :
प्रदेश के कर्मचारियों के ईलाज के लिए मेडिकल कैशलेस सुविधा उपलब्ध कराने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ कैशलेस चिकित्सा सेवा कर्मचारी कल्याण संघ के पदाधिकारियों का प्रतिनिधि मंडल मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से मिला और प्रदेश के 5 लाख कर्मचारियों के स्वास्थ्य लाभ के लिए मेडिकल कैशलेस सुविधा उपलब्ध कराने की मांग का ज्ञापन सौंपा।

इस मांग से स्वास्थ मंत्री काफी प्रभावित हुए और उन्होंने लगभग आधे घण्टे तक इस विषय पर प्रतिनिधि मंडल से चर्चा किया। प्रतिनिधि मंडल ने स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि मेडिकल कैशलेस की सुविधा नहीं होने से किस तरह से कर्मचारियों को आर्थिक, मानसिक एवं स्वास्थ्यगत समस्याओं का सामना करना पड़ता है। प्रतिनिधि मंडल ने स्वास्थ्य मंत्री को यह भी बताया कि कैशलेस इलाज की सुविधा कर्मचारियों को दिए जाने से शासन के खजाने में अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा, बल्कि कर्मचारियों को इलाज की सुविधा मिलेगी, जिससे कि कर्मचारी शासन द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी निजी अस्पताल में अच्छे से अच्छा इलाज कर पाएंगे।

प्रतिनिधि मंडल की मांग पर चर्चा करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने तत्काल स्वास्थ्य सचिव को फोन लगाया और मेडिकल कैशलेस सुविधा लागू किए जाने के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट बनाकर प्रस्तुत करने को कहा। स्वास्थ्य मंत्री से हुए मिले आश्वासन के बाद प्रतिनिधिमंडल काफी आस्वस्त दिखा। इस संबंध में प्रतिनिधि मंडल ने बयान दिया है कि मेडिकल कैशलेस सुविधा उपलब्ध कराने की मांग को लेकर काफी समय देकर मंत्रीजी ने मामले को समझा और इसे लागू करने के लिए ठोस आश्वासन दिया। मुलाकात के दौरान संघ के सदस्यों ने वार्षिक कैलेण्डर का विमोचन स्वास्थ मंत्री से कराया। प्रतिनिधि मंडल में मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ कैशलेस चिकित्सा सेवा कर्मचारी कल्याण संघ के संरक्षक राकेश सिंह, प्रदेश अध्यक्ष उषा चंद्राकर, नागेंद्र देवांगन, देवानंद चंद्राकर, समीरा टंडन इत्यादि शामिल थे।