ऑनलाइन भुइयां साफ्टवेयर की तकनीकी गड़बड़ी सुधारने सहित 32 सूत्रीय मांगों को लेकर पटवारियों का अनिश्चित कालीन हड़ताल 4थे दिन भी रहा जारी…,पटवारी जिला मुख्यालय में दे रहे धरना…,पटवारियों के हड़ताल से छात्रों, किसानों के काम अटके…,झूठे आश्वासनों के कारण पटवारियों की मांग वर्षों से लंबित…

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/11 जुलाई 2024) :
राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ अपने विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं। जीपीएम जिले में पटवारियों का धरना प्रदर्शन ज्योतिपुर पेण्ड्रारोड में 4थे दिन भी जारी रहा।

पटवारियों द्वारा दिसंबर 2020 में हड़ताल किया गया था, उसके बाद मई 2023 में हड़ताल किया गया था, जो मांगे 2020 में थी वही मांगे 2023 में भी रखी गई थी। आश्वासन के अलावा अब तक पटवारियों को कुछ नहीं मिला। स्टेशनरी भत्ता, संसाधन भत्ता का सरकार द्वारा घोषणा भी किया गया किंतु वह मात्र घोषणा ही रह गया, आज पर्यंत 500 रुपये संसाधन भत्ता भी नहीं दिया जा सका। कंप्यूटर, इंटरनेट, प्रिंटर आदि की मांग 2015 से जब से अभिलेख ऑनलाइन किया गया है तब से किया जा रहा है, किंतु आज पर्यंत संसाधन नही दिया जा सका। प्रदेश में पटवारियों का मुख्यालय निर्धारित है, लेकिन मुख्यालय में आवश्यक सुविधा जैसे कार्यालय, टेबल, कुर्सी, अलमीरा आदि नही दिया जा सका। मुख्यालय में सुविधाओं का अभाव साथ ही पटवारियों के परिवार के लिए अच्छी पढ़ाई आदि व्यवस्था की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए पटवारियों द्वारा मुख्यालय निवास की बाध्यता खत्म करने की मांग किया गया था, क्योकि यह नियम तब बनाया गया था जब सड़कों आवागमन की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी, आज पर्याप्त व्यवस्था हो चुकी हैं, मिनटों में मुख्यालय में उपस्थित हो सकते हैं, फिर भी इस मांग को खारिज कर दिया गया था। बिना विभागीय जांच के एफआईआर दर्ज न किया जाए। इस मांग में एक विभागीय पत्र जरूर जारी हुआ था किंतु आज भी सिर्फ शिकायत के आधार पर ही बिना विभागीय जांच के एफआईआर दर्ज किया जा रहा है।

राजस्व निरीक्षक पद पर सीधी भर्ती बन्द करते हुए वरिष्ठता के आधार पर 50 प्रतिशत औऱ विभागीय परीक्षा के आधार पर 50 प्रतिशत पदोन्नति की मांग किया गया था किंतु आज तक मांगो को दरकिनार करते हुए वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति नहीं दिया जा सका। ये सभी मांगे वर्षो की पुरानी मांगे हैं।

इसके साथ ही नित प्रतिदिन भुइयां सॉफ्टवेयर में हो रहे तकनीकी समस्यायों और बदलाव से पटवारी परेशान हैं। सॉफ्टवेयर में कभी नाम गायब अथवा दूसरे का नाम आ जाना, कभी रकबा बदल जाना, बैंकिंग कार्य या अन्य कारणों से डिजिटल सिग्नेचर हट जाना, पिता के जगह पति हो जाना इस प्रकार की बहुत सारी समस्याएं हैं, जिसे समय समय पर अवगत कराया जाता रहा है, लेकिन आज तक इसमे सुधार नहीं किया गया। इन त्रुटियों के कारण किसानों अथवा भूमिस्वामियो का कोप का भाजन पटवारी हो रहे हैं, अनावश्यक शिकायत बढ़ रही है।

अधिकारी भी इन समस्याओं को समझने की बजाय सीधे पटवारियों को दोषी मानते हुए कार्यवाही कर रहे हैं। नाम, पिता का नाम, जाति, लिंग आदि में यदि लिपकीय त्रुटि भी हो जाती है तो भी उसे सुधार नहीं सक रहे हैं। इसके लिए भी अनुविभागीय कार्यालय मे आवेदन लगवाया जा रहा है जिससे पटवारी तो परेशान है ही क्योकि प्रतिवेदन उन्हें ही देना है, साथ ही साथ आवेदनकर्ता भी परेशान हो रहे हैं।

इन समस्याओं और मांगो को देखते हुए राजस्व पटवारी संघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत की है। पटवारियों का कहना है कि उनकी मांगों को गंभीरता से लिया जाए ताकि कार्य आसानी और सुचारू ढंग से किया जा सके।

अनिश्चित कालीन हड़ताल में राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ जिला गौरेला पेण्ड्रा मरवाही के जिला अध्यक्ष जनार्दन मंडल, तहसील अध्यक्ष गौरेला संजय पांडे, मरवाही धीरज पांडे, पेण्ड्रा संदीप प्रजापति, कोषाध्यक्ष प्रशांत तिवारी, मीडिया प्रभारी मीडिया अरविंद मराबी, तीरथमति पैकरा, रोहित भगत, कविता शुक्ला, अमित खलखो, मूलचंद पोर्ते, बुध सिंह बैगा, प्रकाश पटेल, मुकेश दिवाकर, सावन वाकरे, स्वर्ण लता लकड़ा, ममता पैकरा, राजकुमार उइके, विजय सिंह, गोलू बैगा, गुलकेशन ब्राडमेरसा, विनोद जगत, तारकेश्वर धुर्वे, परमेश्वर देवांगन, विजय प्रताप सिंह, खुशबू तिवारी, उमा नंदिनी ओट्टी, विपिन योगी इत्यादि सहित जिले के पटवारी उपस्थित थे।