आदिवासी बाहुल्य जीपीएम जिले में डाइट प्राचार्य जेपी पुष्प के मार्गदर्शन में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों का 4 माह से लगातार जारी है निशुल्क कोचिंग क्लास…,500 युवक युवतियां कर रहे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी…,जो बच्चे कमजोर थे, वो बोलने लगे हैं, उत्तर देने लगे हैं और अब विषय पर बहस करने लगे हैं…,बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षा का किताब निशुल्क दिया गया…,कोचिंग सेंटर में लिए गए परीक्षा में कई बच्चों का प्रदर्शन संतोषजनक…

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (छग एमपी टाइम्स/02 जून 2024) :
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) पेण्ड्रा के प्राचार्य जेपी पुष्प के मार्गदर्शन में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए 4 माह लगातार निशुल्क कोचिंग क्लास जारी है। इसमें 500 युवक युवतियां डाइट पेण्ड्रा में कोचिंग लेकर प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। निशुल्क कोचिंग के साथ ही बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षा का किताब भी निशुल्क दिया जा रहा है। वहीं कोचिंग सेंटर में बीच बीच में लिए गए परीक्षा में कई बच्चों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जिससे उम्मीद जग रही है कि यहां से कोचिंग करने के बाद कई बच्चे अपना कैरियर बनाने में कामयाब हो जायेंगे।

जीपीएम जिले के आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को अपना भविष्य संवारने के लिए निशुल्क पीएससी, व्यापम सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने युवा मितान ग्रुप ने डाइट पेण्ड्रा के प्राचार्य जेपी पुष्प के मार्गदर्शन तथा अजाक्स संगठन के संयोजकत्व एवं समस्त कर्मचारी संगठनों के सहयोग से कैरियर गाईड की कोचिंग की शुरुआत 4 माह पहले 4 फरवरी 2024 को डाइट पेण्ड्रा में किया था। इसमें विभिन्न गांवों के 500 युवक युवतियों ने रजिस्ट्रेशन कराकर कोचिंग लेना प्रारम्भ किय। विगत 4 माह से इन्हें प्रतिदिन विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों के द्वारा कोचिंग दिया जा रहा है। साथ ही विभिन्न शहरों से कोचिंग संस्थान के विशेषज्ञों का भी मार्गदर्शन भी इन्हें मिल रहा है। इसके अलावा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सोशल मीडिया प्लेटफार्म के सदुपयोग करना भी विशेषज्ञों के माध्यम से इन्हें बताया जाता है।

डाइट पेण्ड्रा के प्राचार्य जेपी पुष्प ने बताया कि कोचिंग ले रहे बच्चों का कोचिंग सेंटर में ही प्रतियोगी परीक्षा की तर्ज पर परीक्षा भी लिया जाता है जिसके कारण उनकी तैयारी और बेहतर ढंग से हो रही है। कोचिंग में प्रतियोगी प्रश्न बनाना, प्रश्न का आधार, उसका स्किल भी सीख रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रश्न बनाना सीखने से कंटेंट पूरा क्लियर हो जायेगा।

जो बच्चे कमजोर थे, वो बोलने लगे हैं, उत्तर देने लगे हैं और अब विषय पर बहस करने लगे हैं
डाइट पेण्ड्रा के प्राचार्य जेपी पुष्प ने बताया कि कोचिंग में जो बच्चे प्रारंभ की स्थिति में अत्यंत कमजोर थे, वो अब बोलने लगे हैं, अब उत्तर देने लगे है और अब विषय पर बहस करने लगे हैं। इन बच्चों को आगे बढ़ता देखकर अच्छा लग रहा है। उन्होंने बताया कि इन बच्चो को इनके पसंद का किताब प्रदान किया गया है। उन्होंने बताया कि सभी को किताब जन सहयोग से दिया जा रहा है। किताब खरीदने में एक रूपया भी खर्च नहीं किया गया है।

आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को मिल रहा प्रतिस्पर्धा करने का अवसर
प्रतिस्पर्धा के दौर में डाइट में पेण्ड्रा में चल रहे निशुल्क कोचिंग से आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिल रहा है। आज के दौर में बगैर कोचिंग के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना बहुत मुश्किल हो गया है। आर्थिक पिछड़ेपन के कारण बहुत से युवक युवतियों को उचित मार्गदर्शन नहीं मिल पाने के कारण वो वह मुकाम हासिल नहीं कर पाते जिसके वे भी हकदार होते हैं। आर्थिक रूप से कमजोर सभी वर्गों के बच्चों को अच्छे से अच्छा कोचिंग देने के उद्देश्य से ही युवा मितान ग्रुप बनाकर डाइट पेण्ड्रा में पीएससी, व्यापम सहित अन्य परीक्षाओं की तैयारी कराई जा रही है। इस अभिनव पहल से निश्चित तौर पर इस जिले से काफी संख्या में युवाओं को कैरियर बनाने के अवसर मिलेंगे।