अमरकंटक।अनूपपुर।पेण्ड्रा (छग एमपी टाइम्स/05 फरवरी 2024) :
मां नर्मदा जी उद्गम स्थली पवित्र नगरी अमरकंटक में कई निर्माण कार्य एजेंसियों द्वारा किए जा रहे है। प्रशासन की नाक के नीचे कई वर्षो से घटिया निर्माण कार्य कराए जा रहे है, जिसकी जांच होने के बाद कार्यवाही का आश्वासन दिया जाता है और कुछ समय गुजरने के बाद मामले को ठंडे बस्ते में डालकर आपसी सांठगांठ करके ठेकेदारों का पेमेंट कर दिया जाता है।
तीर्थ और पर्यटन की नगरी अमरकंटक में घटिया निर्माण कार्यों के कारण मध्य प्रदेश शासन की बदनामी राष्ट्रीय स्तर पर होती है क्योंकि पूरे देश भर से लोग अमरकंटक आते हैं।

अधीक्षण यंत्री तथा कार्यपालन यंत्री नगरीय प्रशासन शहडोल के निर्देशन में अमरकंटक नगर परिषद में कायाकल्प 1.0 के तहत निर्मित श्रीयंत्र मंदिर से सोनमुडा तिराहा तक निर्मित बिटुमिनस कंक्रीट ओवरले रोड की गुणवत्ता जांच की गई। जांच में निर्मित रोड के सभी सैंपल टेस्ट मानकों के अनुसार गुणवत्तविहीन पाए गए। जिसके तारतम्य में निर्मित समस्त रोड को उखाड़ कर पुनः 1 सप्ताह के भीतर नए सिरे से निर्मित करने के निर्देश संबंधित ठेकेदार को दिए गए। ठेकेदार द्वारा रोड पर एक सप्ताह में कार्य न प्रारंभ करने के कारण वरिष्ठ कार्यालय से प्राप्त निर्देश के अनुक्रम में निकाय के उपयंत्री देवल सिंह बघेल द्वारा निर्मित सम्पूर्ण रोड को उखाड़ने की कार्यवाही दिनांक 04.02.2024 को पूर्ण की गई। उपयंत्री ने यह भी बताया कि श्रीयंत्र मंदिर से तिराहा तक की लंबाई 750 मीटर थी और कायाकल्प टेंडर 50 लाखरूपये का था। प्रशासन के कार्यों पर निरंतर नजर रखी जा रही है जो भी ठेकेदार घटिया निर्माण कार्य करेगा तो उस पर प्रशासन की कार्यवाही की जावेगी और उन्हें पुनः दुबारा कार्य करना पड़ेगा।
नागरिकों की मांग है कि अमरकंटक में चल रहे सभी कार्यों की जांच पड़ताल कर कराया जाए और कार्य एजेंसियों के कार्यों पर बराबर नजर रखी जाय जिससे शासन प्रशासन के पैसों का दुरुपयोग न हो सकेगा। क्षेत्र की जनता शासन और प्रशासन से उम्मीद रखती है कि कार्य एजेंसियां सभी निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण करें।